प्रवासी श्रमिकों का आगमन जारी, अब सीधे भेजे जा रहे शेल्टर होम

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  • घंटाघर रामलीला मैदान में लगाया ताला

गाजियाबाद :- जिले से प्रवासी श्रमिकों के घंटाघर रामलीला मैदान और अन्य सड़कों पर चलने के दौरान परेशानी तथा दो गज की दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) की सोमवार को धज्जियां उड़ने के बाद हुई ।छीछालेदर से जिला प्रशासन व पुलिस अधिकारियों ने संयुक्त रूप से व्यवस्था को सुधारने के लिए कड़ी मेहनत की जिससे स्थिति में सुधार आया।

जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय व एसएसपी कलानिधि नैथानी खुद सड़कों पर उतरे और पूरा प्लान बदल दिया। जिसके चलते प्रवासी श्रमिकों को अब सीधे शेल्टर होम्स में ले जाया जा रहा है और वहीं के औपचारिकताएं पूरी कर रेलवे स्टेशन पर भेजा जा रहा है जिसके बाद उन्हें ट्रेन से उनके गृह प्रदेश भेजा जा रहा है। जिला प्रशासन ने आज घंटाघर रामलीला मैदान व कविनगर रामलीला मैदान में श्रमिकों को एकत्र नहीं होने दिया गया । दरअसल बस व ट्रेनों का संचालन खुलने के बाद श्रमिक अपने गृह राज्य जाने के लिए अब जिले का रूख कर रहे हैं। औरेया की घटना के बाद जिले में श्रमिकों को पैदल चलने से पुलिस द्वारा रोका जा रहा है। जगह-जगह पुलिसकर्मियों ने श्रमिकों को रोक कर उनके खाने-पीने की व्यवस्था कर उन्हें शेल्टर होम भेजा जा रहा है, जहां से चिन्हित कर उन्हें ट्रेनों से उनके घरों की ओर रवाना किया जा रहा है।

श्रमिक पैदल सड़क पर न चले इसके लिए डीएम अजय शंकर पाण्डेय व एसएसपी कलानिधि नैथानी लगातार दिनभर निरीक्षण करते रहे तो अन्य पुलिस व प्रशासन के अधिकारी खुद सड़कों पर उतर कर श्रमिकों को बसों द्वारा शेल्टर होम भेज रहे हैं। श्रमिकों के आने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एडीएम सिटी एसके सिंह ने बताया कि सभी श्रमिकों को मेरठ रोड व मोदीनगर के शेल्टर होम में भेजा जा रहा, वहां उनको चिन्हित कर, मेडिकल जांच के बाद बस से सीधे गाजियाबाद रेलवे स्टेशन भेजा जा रहा है।

स्टेशन पर उन्हें खाने के पैकेट दिए जा रहे हैं। जहां से उन्हें दो गज दूरी का पालन कराते हुए ट्रेन में बैठाया जा रहा है। दोपहर 12 बजे से ट्रेनों की रवानगी शुरू कर दी गयी थी। श्रमिक पैदल न चले इसके लिए बॉर्डर से लेकर हिंडन पुल, राजनगर एक्सटेंशन हापुड तिराहा, घंटाघर, चौधरी मोड़ तक बेरिकेडिंग कर दी है। जहां भी श्रमिक पैदल जाते दिख रहे हैं उन्हें वहीं रोका जा रहा है।

मंगलवार को भी करीब छह हजार से अधिक मजदूरों को ट्रेनों से रवाना किया गए। पुलिस व प्रशासन ने श्रमिकों को पैदल जाने से रोकने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने सड़कों पर मजदूरों की भीड़ देखकर नाराजगी जाहिर करते हुए एसपी सिटी मनीष मिश्र से तत्काल उन्हें शेल्टर होम भेजे जाने के निर्देश दिए। डीएम अजय शंकर पाण्डेय ने कड़े निर्देश दिए हैं कि एक भी श्रमिक सड़क पर नहीं दिखना चाहिए।