पंजाब के बरनाला जिले के गांव छन्ना गुलाब सिंह वाला में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें मौजूदा सरपंच सुखजीत सिंह की हत्या कर दी गई। यह वारदात रात के समय हुई, जब गांव के कुछ व्यक्तियों ने तेजधार हथियार का इस्तेमाल कर उनके जीवन को समाप्त कर दिया। पुलिस के सूत्रों के अनुसार, यह घटना पुरानी रंजिश के चलते हुई है, जिसके कारण बीती शाम दोनों पक्षों के बीच एक विवाद उत्पन्न हो गया। इस झगड़े के दौरान सरपंच और उनके पिता गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन अस्पताल जाते समय ही सुखजीत सिंह ने दम तोड़ दिया।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, एसपी बरनाला संदीप सिंह मंड और सीआईए इंचार्ज बलजीत सिंह ने मीडिया को बताया कि पुलिस द्वारा जांच का कार्य तेजी से चल रहा है। मृतक सरपंच के पिता अमरजीत सिंह के अनुसार, इस विध्वंसक वारदात में गुरचरण सिंह नामक व्यक्ति और उसके 15-20 साथियों का हाथ है। अमरजीत सिंह का कहना है कि गांव में नशे का कारोबार करने वाले लोगों के खिलाफ उनके बेटे ने हमेशा कड़ा रवैया अपनाया था, जिसके कारण नशा तस्करों से रंजिश बढ़ी और अंततः उनके बेटे की हत्या कर दी गई।
सुरक्षा के मामले को गंभीरता से लेते हुए, एसपी ने बताया कि इस घटना के बाद तुरंत अलग-अलग पुलिस टीमें गठित की गई हैं। इन टीमों में सीआईए के सदस्य और तकनीकी विशेषज्ञ शामिल हैं, जो मामले की तहकीकात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस को आशा है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। झगड़े के कारणों की जांच करते हुए, पुलिस ने इस मामले में पुराने विवाद का उल्लेख किया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह मामला व्यक्तिगत प्रतिशोध का परिणाम है।
अभी के लिए, सुखजीत सिंह के पिता का अस्पताल में उपचार चल रहा है, जबकि मृतक के करीबी परिवार के सदस्यों में शोक की लहर दौड़ गई है। गांव के लोग इस घटना से स्तब्ध हैं और इसे एक गंभीर अपराध मानते हैं। अमरजीत सिंह ने पुलिस से उच्चतम स्तर की जांच की मांग की है ताकि मृतक के लिए न्याय सुनिश्चित किया जा सके। नशे की समस्या के चलते होने वाली इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए भी ग्रामीणों के बीच गहरी चिंता व्याप्त है।
इस घटना ने न केवल गांव में बल्कि पूरे बरनाला जिले में सुरक्षा और कानून व्यवस्था के मुद्दों को फिर से उजागर किया है। पुलिस अब इस मामले की गोपनीयता एवं संवेदनशीलता के साथ आगे बढ़ते हुए, नशा व्यापार के खिलाफ सख्त कदम उठाने पर भी विचार कर रही है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके। गांव के लोग अब इस बात की आशा कर रहे हैं कि न्याय जल्दी मिलेगा और उनके बच्चों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।