मनाया गया बाजरा महोत्सव, मोटे अनाजों की महत्ता पर दिया गया जोर

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19HREG148 मनाया गया बाजरा महोत्सव, मोटे अनाजों की महत्ता पर दिया गया जोर

विशेषज्ञों ने बताए कृषि लागत घटाने और उत्पादन बढाने के तरीके

मथुरा, 19 मई (हि.स.)। शुक्रवार वेटरनरी विवि के कृषि विज्ञान केन्द्र के सभागार में आयोजित बाजरा महोत्सव पर केवीके प्रभारी डा वाईके शर्मा ने कहा लागत घटायें, उत्पादन बढायें, खेती में ऐसे संसाधन जुटायें।

उन्होंने कहा कि भारत की अध्यक्षता में वर्ष 2023 मोटे अनाज के रूप में मनाया जा रहा है। इसका देश समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने बाजरा, ज्वार, रागी, कगुनी, कोदों, सावां आदि मोटे अनाज वाली फसलों के सेवन से होने वाले लाभों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देकर किसानों को लाभान्वित किया। बीपी, शुगर, मोटापा सहित कई अन्य गंभीर बीमारियों के नियत्रंण में मोटे अनाजों की अहम भूमिका बताई। कोरटेवा एग्री साइंस सीडस कंपनी के रीजनल एग्रोनॉमिस्ट डाॅ. प्रवीन कुमार सिंह राजपूत ने पायोनियर कंपनी के नये हाइब्रिड उत्पादों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। बाजरा की 86एम 90 एवं 86 एम 94 की विशेषताएं किसानों को समझाई, जिसकी किसानों ने भी सराहना की।

डाॅ. बृज मोहन ने पूरे विश्व में हो रही मोटे अनाज की खेती का परिदृश्य किसानों को समझाया। डाॅ. रविन्द्र कुमार राजपूत ने मृदा परीक्षण के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। पायोनियर के क्षेत्रीय अधिकारी जोगेन्द्र सिंह ने किसानों को मोटे अनाजों एवं बाजरा के बारे में विस्तृत जानकारी दी। डाॅ. एनआर राजपूत ने बाजरा की खेती की सस्य क्रियाओं के बारे में बताया। महोत्सव की अध्यक्षता डाॅ. वाईके शर्मा ने तथा संचालन डाॅ. जोगेन्द्र सिंह ने किया।

महोत्सव में पायोनियर कंपनी के पदाधिकारीगण योगेश कुमार, महाराम सिसौदिया, दीपक कुमार, प्रवेश कुमार, प्रवीन कुमार आदि ने विशेष सहयोग किया। इस अवसर पर किसान सौदान सिंह, प्रताप सिंह, सीताराम, पूरन सिंह, कप्तान सिंह, हरस्वरूप, तेजपाल, प्रधान रवि कुमार सहित सैकड़ों किसानों ने प्रतिभाग किया।