गाजियाबाद। पब्जी गेम की लत के चलते एक युवक द्वारा आत्महत्या किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। आत्महत्या के बाद जहां परिजनों में कोहराम मच गया, वही मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन कर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मूलरूप से प्रयागराज के रहने वाले राधेश्याम यहां थाना विजय नगर क्षेत्र के अंबेडकरनगर में किराए पर रहते हैं। पति पत्नी अंबेडकरनगर में ही रोटी सब्जी का ढाबा करते हैं, जबकि घर पर 19 वर्षीय बेटा अखिलेश छोटी बहन के रहता था। अखिलेश भी माता-पिता के साथ काम में हाथ बंटाता था और इसके बाद जो भी समय मिलता मोबाइल में पब्जी गेम खेलने में लगा रहता था। रविवार की रात अखिलेश ने कमरे में उस समय रस्सी के सहारे छत से लगे कुंदे से लटककर आत्महत्या कर ली, जब माता-पिता के साथ बहन भी ढाबे पर थी। परिवार के लोग घर लौटे तो उन्हें अखिलेश द्वारा की गई आत्महत्या का पता चला। इसके बाद उनमें कोहराम मच गया। रोने पीटने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और घटना जान लेने के बाद इसकी जानकारी पुलिस को दी।
सूचना मिलने पर दरोगा भूपेंद्र सिंह पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और जांच की। दरोगा ने बताया कि मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। तहकीकात करने पर पता चला है कि वह अक्सर पब्जी गेम के चक्कर में लगा रहता था। आशंका है कि पब्जी गेम की लत के चक्कर में ही अखिलेश ने आत्महत्या की है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
इकलौता बेटा था अखिलेश पुलिस ने बताया कि अखिलेश माता-पिता का इकलौता बेटा था। दो बहन भाइयों में बड़ा होने के चलते अखिलेश ने माता-पिता से जिद करके मोबाइल ले लिया था और वह रात दिन पब्जी गेम के चक्कर में लगा रहता था। उधर अखिलेश द्वारा की गई आत्महत्या के बाद उसके परिजनों का बुरा हाल है।
पब्जी गेम के चक्कर में पहले भी हुई है मौत, बताया जाता है कि पब्जी गेम एक ऐसा गेम है जिसकी लत अगर लग जाए तो वह छुटनी मुश्किल है। पूर्व में भी पब्जी गेम के चक्कर में कई युवा अपनी जिंदगी खत्म कर चुके हैं। कई बार तो पब्जी गेम खेलने से मना करने पर युवा अपने परिजनों को भी नुकसान पहुंचा चुके हैं।