गिरफ्तार होने के बाद पुलिस को दिखाया रौब, कहा- ‘मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला’

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उज्जैन :- उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाला कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे गुरुवार सुबह उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिसकर्मी जब उसे महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर गाड़ी में बैठा रहे थे, तब उसने पुलिस टीम पर रौब दिखाने का प्रयास किया। उसने लोगों को देखकर जोर से चिल्लाते हुए कहा कि ‘मैं विकास दुबे हूं, कानपुर वाला’। इस पर एक पुलिसकर्मी ने उसे जोरदार थप्पड़ मारा और चुप रहने को कहकर गाड़ी में बैठाया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गैंगस्टर विकास दुबे के गिरफ्तार होने की जानकारी यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फोन पर दी।

जानकारी के मुताबिक कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपित पांच लाख का इनामी विकास दुबे गुरुवार को सुबह करीब सात बजे उज्जैन में भगवान महाकाल के दर्शन करने के लिए महाकालेश्वर मंदिर पहुंचा था। यहां उसने फैसिलिटी सेंटर पर अपना बैग रखने के बाद यहां उसने शीघ्र दर्शन के लिए 250 रुपये की रसीद कटवाई और मंदिर में दर्शन करने चला गया। जब वह दर्शन करके लौट रहा था, उसी दौरान मंदिर में एक सिक्योरिटी गार्ड को शंका हुई तो वह उसे महाकाल पुलिस चौकी लेकर पहुंचा, जहां पूछताछ शुरू होते ही उसने कहा- हां, मैं विकास दुबे हूं। इसके बाद पुलिस के आला अधिकारियों को सूचना दी गई। एसपी मनोज सिंह खुद उसे गिरफ्तार कर कंट्रोल रूम ले गए।

फिलहाल आरोपित से आईजी राकेश गुप्ता, एसपी मनोज सिंह सहित कुछ अन्य अफसर पूछताछ कर रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विकास दुबे की उज्जैन से गिरफ्तारी के मामले पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर सूचना दी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुताबिक उज्जैन पुलिस जरूरी कार्रवाई करने के बाद आरोपित को कानपुर पुलिस को सौंप देगी। बताया गया है कि उसके साथ उसके दो साथी भी थे जो पुलिस के देखकर मौके से फरार हो गए।

इधर जानकारी सामने यह भी आ रही है कि विकास दुबे ने उज्जैन पहुंचकर सरेंडर किया है। दरअसल, उसे आशंका थी कि पुलिस जल्द ही उसका भी एनकाउंटर कर सकती है, इसीलिए उसने महाकाल मंदिर में जब गार्ड ने उससे नाम पूछा तो कोई झूठ बोलने के बजाए उसने अपना सही नाम बताया। यही उसकी गिरफ्तारी का बड़ा कारण रहा। हालांकि इस मामले में पुलिस अभी कुछ भी कहने से बच रही है। इसमें कितनी सच्चाई है, इसका पता तो पुलिस के खुलासा करने से हो सकता है।