Diwali 2019 : नोएडा में फोड़े गए प्रतिबंधित पटाखे, कई जगहों पर दिल्ली से भी बुरा हाल

Share

नोएडा। जिला प्रशासन व पुलिस की तमाम सख्ती के बावजूद दीपावली पर लोगों ने ग्रीनपटाखों के साथ प्रतिबंधित पटाखे भी जमकर जलाए। नतीजा यह रहा कि सोमवार को शहर की हवा बेहद खराब हो गई। शनिवार रात तक एक्यूआइ खराब स्तर पर था और रविवार शाम से इसमें वृद्धि होती गई। सोमवार को एक्यूआइ बेहद खराब स्तर पर पहुंच गया है। 

बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर प्रशासन ने लाइसेंस लेकर खोली गई सभी पटाखों की दुकानों को बंद करा दिया है। सभी थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्र में भ्रमण कर पटाखा जलाने वालों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने प्रदूषण को कम करने के लिए प्राधिकरण को पानी का छिड़काव करने समेत जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

रविवार को शहर में दोपहर तक बहुत कम पटाखे जले, लेकिन शाम होने के साथ पटाखों की आवाज बढ़ती गई। प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सामान्य पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद भी लोग चोरी-छिपे प्रतिबंधित पटाखे बेचते हुए पकड़े गए। प्रशासन ने सेक्टर-58 क्षेत्र से एक और फेस तीन क्षेत्र से दो दुकानदारों को भारी मात्रा में प्रतिबंधित पटाखों के साथ गिरफ्तार किया है। दोनों के खिलाफ कोतवालियों में रिपोर्ट दर्ज की गई है।

वहीं, हरौला, भंगेल समेत ग्रामीण इलाकों में भी प्रतिबंधित पटाखे बेचे जाने की शिकायतें आई हैं, जहां पुलिस जांच कर रही है। ग्रीन पटाखों के साथ प्रतिबंधित पटाखे देर रात तक जलाए गए। जिसके परिणाम स्वरूप शहर में वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ा। सोमवार सुबह करीब 9 बजे शहर में एक्यूआइ 375 रहा और दोपहर 12 बजे तक बढ़ कर 379 हो गया। वहीं, रविवार शाम 7 बजे शहर में एक्यूआइ का स्तर 346 दर्ज किया गया था, जबकि शनिवार शाम 7 बजे एक्यूआइ 286 था। शनिवार शाम सात बजे से सोमवार दोपहर 12 बजे एक्यूआइ में 97 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) में वृद्वि हुई है। सोमवार दोपहर में पीएम-2.5 व 10 अधिकतम 500 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया है।

शैलेंद्र कुमार मिश्र (सिटी मजिस्ट्रेट, नोएडा) के मुताबिक, प्रशासन की सख्ती के परिणाम स्वरूप पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार दीपावली पर लोगों ने कम पटाखे जलाएं हैं। सामान्य पटाखों को छोड़ कर लोगों ने ग्रीन पटाखों को जलाकर प्रशासन का सहयोग किया है, इसलिए पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार कम वायु प्रदूषित हुई है। पटाखे जलाने वालों को गिरफ्तार किया जाएगा। बढ़े प्रदूषण कम करने के लिए प्रशासन व प्राधिकरण कार्रवाई कर रहा है।

वहीं ग्रेटर नोएडा में भी पर्यावरण प्रदूषण निरोधक एवं नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) के आदेश पर लागू ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) का दीवाली पर कोई असर नहीं दिखा। शहर में लोगों ने जमकर पटाखे चलाए। इससे शहर में धुंध छाई रही। शहर के प्रदूषण निगरानी स्टेशन के ऑनलाइन संकेतक ने हवा की गुणवत्ता बहुत खराब बताई। सुबह साढ़े दस बजे शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 362 के साथ बहुत गंभीर स्थिति में रहा। पीएम 2.5  351 और पीएम 10  314 रहा। हालांकि, पिछले वर्ष के मुकाबले यह ठीक स्थिति में रहा।

दिवाली पर शाम से ही पटाखे चलाने का दौर शुरू हो गया था। पाबंदी के बावजूद लोगों ने जमकर पटाखे चलाए। रविवार को जहां एक्यूआई का स्तर 325 था। वहीं, सोमवार को यह बढ़कर 362 के स्तर पर पहुंच गया। नॉलेज पार्क-3 के प्रदूषण निगरानी स्टेशन के मुताबिक सोमवार सुबह साढ़े दस बजे एक्यूआइ 355 रहा। यहां पीएम 2.5 का स्तर 355 रहा। पीएम 10 326 तक पहुंच गया।  वहीं, नॉलेज पार्क-5 के मुताबिक यह 378 रहा। यहां पीएम 2.5 378 और पीएम 10 369 रहा।