04HREG420 वीरेश्वर द्विवेदी के निधन पर विहिप के पदाधिकारियों ने जताया शोक
अयोध्या,4 सितम्बर(हि. स.)।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ प्रचारक,विश्व हिंदू परिषद के पूर्व राष्ट्रीय प्रचार प्रमुख व राष्ट्रधर्म,हिंदू विश्व पत्रिका के पूर्व संपादक पचहत्तर वर्षीय वीरेश्वर द्विवेदी का सोमवार को सांकाल लंबी बीमारी के उपरांत लखनऊ में निधन,विहिप कार्यकर्ताओं में दुख व्याप्त है।
विहिप प्रबंध समिति के सदस्य वरिष्ठ प्रचारक पुरूषोत्तम नारायण सिंह ने अपनी संवेदना प्रकट करते हुये कहा कि द्विवेदी जी का संपूर्ण जीवन संगठन को समर्पित रहा जीवन परियंत आविवाहित रहकर संगठन तंत्र को मजबूती प्रदान करने में लगे रहे।जो दायित्व मिला उसे सहर्ष स्वीकार किया।
मंदिर आंदोलन के दौरान प्रचार प्रसार के लिये वह बहुत सक्रिय रहे। वह संघ और विहिप की पत्रिकाओं के संपादक रहे। एक स्वयंसेवक का जाना संपूर्ण संगठन तंत्र की क्षति है।
कारसेवक पुरम् के प्रभारी शिवदास ने दुख व्यक्त करते हुये कहा वीरेश्वर का स्मरण आते ही उनका स्नेह और समर्पण सम्मुख आ जाता है। वह सदैव स्वयं सेवकों और कार्यकर्ताओं के बीच में स्मरणीय बने रहेंगे। उनका निधन हम सभी के लिये कष्टकारी है।
विहिप मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने अपनी संवेदना प्रकट करते हुये कहा कि लगभग तीस वर्षों से उनका सानिध्य समय समय पर प्राप्त होता रहा है। हमने एक मार्गदर्शक खो दिया है। पत्रकारिता क्षेत्र में वह संगठन की ओर से बौद्धिक स्तंभ थे, मंदिर आंदोलन के दौरान वह काफी सक्रीय रहे। पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल जी जिस राष्ट्रधर्म पत्रकारिका के संपादक रहे, उसके कई वर्षों तक संपादक रहे और नवीन पत्रकारों का प्रशिक्षण शिविर भी लगाते रहे। उनका इस प्रकार से जाना संगठन के लिये अपूर्णीय क्षति है।