मुख्यमंत्री चौहान ने कर्नाटक और मणिपुर की घटना पर जताया दुख, आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की

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21HREG214 मुख्यमंत्री चौहान ने कर्नाटक और मणिपुर की घटना पर जताया दुख, आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की

भोपाल, 21 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कर्नाटक में जैन मुनि की हत्या और मणिपुर में महिलाओं के साथ हुए अमानवीय दुव्यवहार मामले पर दुख जताते हुए दोनों घटनाओें को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने दोनों ही मामलों में आरोपितों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शने की बात कही है।

मुख्यमंत्री चौहान ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कर्नाटक में जैन मुनि की हत्या की घटना पर दुख जताते हुए कहा कि कर्नाटक की घटना बहुत दुखद है। अहिंसा परमो धर्मः, जियो और जीने दो उसके ध्वजवाहक जो हमारे जैन संत थे। उनके शरीर के टुकड़े टुकड़े करना ये क्रूरतम अपराध है। अपराधी किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाने चाहिए। मैं कर्नाटक की सरकार से कहूंगा कि किसी भी कीमत पर अपराधी छोड़े ना जाए ये केवल जैन संतों का सवाल नहीं है। जैन संत वंदनीय है, पूजनीय है, त्याग के अनुपम उदाहरण है वो। उनका अपना कुछ नहीं है वह लोक कल्याण के लिए काम करते हैं। ये देश का अपमान है। देश के विश्वास का कत्ल किया गया है। यह संतों के विश्वास का कत्ल किया गया है। अपराधियों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाना चाहिए।

वहीं मणिपुर मामले पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मणिपुर की घटना बहुत दुखद, दुर्भाग्यपूर्ण, मन को तकलीफ और पीड़ा से भर देने वाली है। वहां के मुख्यमंत्री जी ने कहा है और देश भी यह चाहता है कि कठोर से कठोर दंड मिलना चाहिए। मुख्यमंत्री जी ने अपना संकल्प व्यक्त किया है। भारत में गंगा, गीता और गायत्री हैं बेटियां; दुर्गा,लक्ष्मी और सरस्वती है बेटियां। देश ने सदैव बेटियों की पूजा की है। बेटियों के प्रति किसी भी तरह का अपराध अक्षम्य है, अपराधी को तबाह करना ही एकमात्र उपाय है, वह होगा।