जालंधर में शराब की 100 पेटियां बरामद, निगम चुनाव से पहले बड़ा खुलासा!

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पंजाब में नगर निगम चुनावों के बीच जहरीली शराब के धंधे पर लगाम लगाने के लिए जालंधर पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। पुलिस ने बस्ती बावा खेल क्षेत्र में 100 पेटी अवैध शराब जब्त की है, जो चुनावी माहौल को और अधिक संवेदनशील बना सकती है। जालंधर पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा के अनुसार, बरामद की गई शराब चंडीगढ़ ब्रांड की है, जिसमें 95 पेटी ब्लेंडर प्राइड और बाकी पेटी अन्य ब्रांड की है, जो विशेष रूप से चंडीगढ़ में बिक्री के लिए अधिकृत हैं। इस संबंध में थाना बस्ती बावा खेल में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

पुलिस ने चुनावी गश्त के दौरान इस कार्रवाई को अंजाम दिया। कमिश्नर शर्मा ने बताया कि मुख्य आरोपी की पहचान डॉ. जसबीर सिंह आनंद के रूप में हुई है, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि, जालंधर के न्यू गौतम नगर के निवासी संजीव कुमार उर्फ संजू की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमों ने अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी रखा है। ऐसा प्रतीत होता है कि चुनावी माहौल में अवैध शराब की तस्करी करने वाले लोग सक्रिय हैं, जिससे मतदान प्रक्रिया में बाधा पहुंच सकती है।

कमिश्नर शर्मा ने कहा कि इस मामले में पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई। उन्होंने साफ किया कि अवैध शराब तस्करी की समस्या के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। पुलिस का मानना है कि इन आरोपियों के पीछे एक बड़ा तस्करी नेटवर्क हो सकता है। उनके इस प्रयास के तहत जांच टीमें यह पता लगाने में जुटी हैं कि ये शराब आखिर कहां से लाई गई थी और इसके पीछे कौन लोग शामिल हैं। पुलिस इसे एक गंभीर मुद्दा मानते हुए आरोपियों को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

इस घटना के संदर्भ में चुनावी सुरक्षा को लेकर चर्चा बढ़ गई है। राजनीतिक पार्टियों ने भी इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए अपने उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। नगर निगम चुनावों के दौरान अवैध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए पुलिस ने विशेष योजनाएं बनाई हैं। चुनावी माहौल को सुरक्षित बनाए रखने के लिए सभी स्तरों पर ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इस तरह की कार्रवाई से यह साबित होता है कि पुलिस तंत्र चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी और सुरक्षित बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

जालंधर पुलिस का यह कदम, न केवल अवैध शराब के व्यापार को रोकने का प्रयास है, बल्कि यह उन सभी लोगों के लिए एक संदेश भी है जो ऐसे अवैध कामों में लिप्त हैं। सरकार और पुलिस प्रशासन ने मिलकर इस तरह के अवैध गतिविधियों को खत्म करने का संकल्प लिया है। ऐसे में आगामी चुनावों में मतदाता सुरक्षित और सम्मानित महसूस करेंगे, जिससे लोकतंत्र की नींव और मजबूत होगी।