कैरेबियाई दौरे पर इंग्लैंड का नेतृत्व करना चाहते हैं जोस बटलर

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नई दिल्ली, 9 नवंबर (हि.स.)। जोस बटलर दिसंबर में कैरेबियाई दौरे से शुरू होने वाले वनडे और टी20ई क्रिकेट दोनों में इंग्लैंड के कप्तान के रूप में अपनी भूमिका जारी रखना चाहते हैं।

बटलर के नेतृत्व वाली इंग्लिश टीम ने बुधवार शाम को विश्व कप में पुणे में नीदरलैंड्स को 160 रनों से हराकर पांच मैचों की हार का सिलसिला खत्म कर दिया, परिणामस्वरूप वे विश्व कप के ग्रुप चरण में फाइनल राउंड में सातवें स्थान पर पहुंच गए।

जीत के अंतर से इंग्लैंड को लिए नेट रन रेट (एनआरआर) में भी फायदा मिला और वे नीदरलैंड, श्रीलंका और बांग्लादेश को पछाड़कर तालिका में निचले पायदान से आगे बढ़ते हुए सातवें स्थान पर पहुंच गए। वे अब 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के लिए क्वालीफाई कर सकते हैं, भले ही वे रविवार को ईडन गार्डन्स में पाकिस्तान के खिलाफ उनको हार क्यों ने मिले।

ईएसपीएनक्रिकइंफो के अनुसार, इंग्लैंड के पुरुष क्रिकेट के प्रबंध निदेशक रॉब की ने टूर्नामेंट की शुरुआत में टीम के साथ दो सप्ताह बिताए और अब एक बार फिर वह भारत आ रहे हैं। वह कोलकाता में बटलर और मॉट दोनों से मिलेंगे, जहां अगले महीने वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन वनडे और पांच टी20 मैचों के लिए चयन एजेंडे में होगा।

बटलर का इस विश्व कप में बल्ले से काफी खराब प्रदर्शन रहा है और उन्होंने आठ पारियों में सिर्फ 13.87 की औसत से 111 रन बनाए हैं।

लेकिन उन्होंने इंग्लैंड की जीत के बाद सफेद गेंद के दोनों प्रारूपों में कप्तान बने रहने के अपने इरादे की पुष्टि की।

बटलर ने कहा, “मैं कैरेबियन में नेतृत्व करना चाहूंगा। मुझे पता है कि रॉब की आज भारत आ रहे हैं। हम उनके और कोच और सभी के साथ कुछ अच्छी बातचीत कर सकते हैं, और उस दौरे के लिए एक योजना बना सकते हैं। लेकिन हाँ, मैं ऐसा करना चाहूंगा।”

बटलर ने स्वीकार किया कि वह अपनी फॉर्म से “बहुत निराश” थे। उन्होंने कहा, ”आप आगे बढ़कर नेतृत्व करना चाहते हैं और अपने प्रदर्शन से ऐसा करना चाहते हैं। मैं उस चीज़ पर कायम रहूँगा जिसने लंबे समय तक मेरी अच्छी सेवा की है, जब मेरे पास ये छोटी-मोटी फॉर्म होगी और उम्मीद है कि मैं जल्द ही इसके दूसरे पक्ष से बाहर आ जाऊँगा।”

बता दें कि कैरेबियाई दौरे के लिए इंग्लैंड अपनी वनडे टीम में कई बदलाव कर सकता है। जैक क्रॉली, बेन डकेट, ओली पोप, विल जैक और रेहान अहमद उन युवा खिलाड़ियों में से हैं, जिनके उस टीम में शामिल होने की उम्मीद है, जो सितंबर के अंत में आयरलैंड को 1-0 से हराने वाली टीम से काफी मिलती-जुलती होगी।