न्यायिक कार्यों के सम्पादन में न्यायमूर्तियों और अधिवक्ताओं का मिला अतुलनीय सहयोग : मुख्य न्यायाधीश

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–हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की ओर से मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति प्रीतिंकर दिवाकर का विदाई समारोह आयोजित

प्रयागराज, 20 नवम्बर (हि.स.)। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन इलाहाबाद की ओर से सोमवार को उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति प्रीतिंकर दिवाकर का विदाई समारोह आयोजित किया गया। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि न्यायिक कार्यों के सम्पादन में न्यायमूर्तियों और अधिवक्ताओं का अतुलनीय सहयोग मिला।

इस मौके पर कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति प्रीतिंकर दिवाकर एवं विशिष्ट अतिथि न्यायमूर्ति मनोज कुमार गुप्ता, न्यायमूर्ति अंजनी कुमार मिश्र, न्यायमूर्ति महेश चन्द्र त्रिपाठी, न्यायमूर्ति विवेक कुमार बिरला, न्यायमूर्ति अश्वनी कुमार मिश्र, न्यायमूर्ति अजय भनोट, हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, महासचिव नितिन शर्मा ने माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया। अध्यक्षता हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह और संचालन उपाध्यक्ष आशुतोष पाण्डेय महासचिव नितिन शर्मा ने संयुक्त रूप से किया।

हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं महासचिव ने मुख्य न्यायमूर्ति प्रीतिंकर दिवाकर का स्वागत किया। मुख्य अतिथि हाईकोर्ट के मुख्य न्यायमूर्ति प्रीतिंकर दिवाकर ने विदाई समारोह के लिए हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के सभी अधिवक्ताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कार्यवाहक मुख्य न्यायमूर्ति मनोज कुमार गुप्ता ने न्यायिक कार्यों के सम्पादन के दौरान बहुत मदद की। बार एसोसिएशन के लिए कुछ और बेहतर कर सकें यही मेरी उनसे अपेक्षाएं हैं। उन्होंने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा में बारे बताते हुए कहा कि कक्षा आठ तक सरकारी स्कूल में पढ़ाई की। पिता के सानिध्य में साहित्य और अंग्रेजी का गहन अध्ययन किया। इलाहाबाद उच्च न्यायालय में स्थानान्तरण के बाद वरिष्ठ न्यायमूर्ति ने अवगत कराया कि वकालत और न्यायमूर्ति के क्षेत्र में यदि आपने इलाहाबाद नही देखा तो कुछ नही देखा। कार्यक्रम में उपस्थित सभी अधिवक्ताओं की ओर इशारा करते हुए कहा न्याय के क्षेत्र में यहां जो कुछ मुझे मिला उसे सम्भाल कर रखना मेरी नैतिक जिम्मेदारी होगी।

न्यायमूर्ति अश्वनी कुमार मिश्र ने कहा कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय पूरे प्रदेश की जनता की आस्था और विश्वास का केन्द्र है। यह भविष्य में इसी तरह कायम रहे। इसकी जिम्मेदारी हम सभी की है। मुख्य न्यायमूर्ति बार एसोसिएशन के लिए क्या कुछ कर सकें यह हमेशा उनके मन में रहा है। न्यायमूर्ति महेश चन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि अपने बीच आकर एक सुखद अनुभूर्ति होती है। हम लोग तो मौका तलाशते रहते हैं अपनों के बीच आने का। उन्होंने कहा कि मुख्य न्यायमूर्ति बार एसोसिएशन के हित में कार्य रहा हो उसको पूर्ण करने में हमेशा आगे रहे हैं।

न्यायमूर्ति अजय भनोट ने कहा कि किस प्रकार से हम एक दूसरे के दिल को छू जाएं, इस तरह का मौका तलाशते रहते हैं। हम लोगों का जो दृष्टिकोण रहा उससे प्रेरित होना स्वाभाविक है। मुख्य न्यायमूर्ति से उन्हें बहुत कुछ सीखने का मौका मिला। जो मेरे जीवन में चिर स्थायी रहेगा।

हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने कहा कि मुख्य न्यायमूर्ति चाहे वह न्याय कक्ष में हों या न्याय कक्ष के बाहर हों जिस आत्मीयता के साथ हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की समस्याओं का निराकरण करते रहे यह सम्पूर्ण हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के लिए अविस्मरणीय रहेगा। वकालत के तीस वर्षों के दौरान आप जैसा मुख्य न्यायमूर्ति नही देखा। संयुक्त सचिव प्रेस अमरेन्दु सिंह ने मुख्य अतिथि और अधिवक्ताओं का आभार प्रकट किया।