अनामिका हत्या मामले में फरार मुख्य आरोपित गिरफ्तार

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22HCRI13 अनामिका हत्या मामले में फरार मुख्य आरोपित गिरफ्तार

लखनऊ, 22 मई (हि.स.)। चिनहट थाना क्षेत्र में 19 मई को हुई एफसीआई अफसर आदर्श कुमार की पत्नी अनमिका सिंह की हत्या के मामले में 48 घंटे के भीतर दूसरे बदमाश वीरेंद्र यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसके निशानदेही पर इंदिरानगर इलाके से चाकू, मास्क और टोपी बरामद किया है। इससे पहले उसके साथी अर्जुन को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।

पुलिस उपायुक्त पूर्वी हृदेश कुमार ने सोमवार को प्रेसवार्ता में बताया कि चिनहट के जगपालखेड़ा छोटा भरवारा निवासी एफसीआई अफसर की पत्नी अनामिका की हत्या के मामले में फरार मुख्य आरोपित वीरेंद्र यादव को किसान पथ इंदिरानगर डैम के पास से गिरफ्तार किया है।

पूछताछ में अभियुक्त से पता चला है कि उनके यहां मूलरूप से गोण्डा का रहने वाला अर्जुन सोनी पत्नी पूजा एवं दो बच्चों के साथ दो साल से मकान की तीसरी मंजिल में रह रहा था। सात आठ महीने से अर्जुन को कोई काम न मिलने पर वह वीरेंद्र से मिला। उसने उसको बताया कि उसके मकान मालिक एफसीआई अधिकारी आदर्श के पास बहुत पैसा है। वह सुबह दस बजे ड्यूटी पर चले जाते हैं और घर पर सिर्फ उनकी पत्नी अनामिका और बेटी रहती हैं। अगर इस बीच हम लूट करें तो बहुत पैसा मिलेगा और अपना काम भी बन जाएगा।

योजना के तहत दोनों ने आदर्श को जियो फाइवर कनेक्शन के बारे में बताया कि उनके यहां लगी जियो फाइवर कनेक्शन मशीन खराब हो गई है। साजिश के तहत वीरेंद्र ने टेलीकॉम कम्पनी का कर्मचारी बनकर आदर्श की पत्नी अनामिका से सम्पर्क किया। मॉडम अपग्रेड करने की बात कहकर घर में दाखिल हुआ था। उसने मशीन खोलकर बताया कि यह खराब हो गई है। नया लेने पर 4500 रुपये का खर्चा आएगा। इसी दौरान मौका पाकर वह लूटपाट करने लगा। अनमिका के विरोध करने पर वीरेंद्र ने चाकू से कई वारकर उसे घायल कर दिया। उसकी चीखे बाहर न जाए इसके लिए बदमाश ने टेलीविजन की आवाज बढ़ा दी थी।

पूछताछ में यह भी पता चला है कि साजिश रचने के दौरान ही वीरेंद्र व अर्जुन ने अपना-अपना काम बांट दिया था। वीरेंद्र का मकसद ही था घर में घुसकर अनामिका की हत्या करना। इसके आगे का काम अर्जुन का था कि वह जेवर व नकदी भरकर फरार होता। इधर वारदात के बाद वीरेंद्र कमरे से भाग रहा था तभी अर्जुन की पत्नी ने उसको देख लिया। शक होने पर जब वह कमरे में पहुंची ते देखा कि अनामिका खून से लथपथ पड़ी थीं। इसलिए अर्जुन लूटपाट नहीं कर सका। घटना के वक्त अनामिका की डेढ़ साल की बेटी भी घर पर थी। हत्यारों ने उसे नहीं छुआ। पूजा ने मालिक को जानकारी देते हुए घायल महिला को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में शनिवार को अर्जुन को गिरफ्तार किया था। वहीं देर रात को मुख्य आरोपित वीरेंद्र को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया है।