गाजियाबाद। तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-एनसीआर के चारों बार्डर (शाहजहांपुर, टीकरी, सिंघु और गाजीपुर) पर हरियाणा और पंजाब समेत कई राज्यों के किसानों का धरना प्रदर्शन को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया है। शुक्रवार को भी यूपी गेट पर नाकेबंदी कर दी गयी है। पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की राउंड द क्लाँक डयूटिया लगा दी गयी है। ओर क्षेत्र को सात जोन व 12सैक्टर में बाँटक सुरक्षा चक्र बना दिया गया है। वही दूसरी ओर किसान प्रदर्शनकारी अपने बनाए चेकपोस्टों पर तैनात हैं और बिना उनकी अनुमति के कोई भी आगे नहीं जा रहा है।सुरक्षा-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल भी तैनात है। गौरतलब है कि तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में यूपी गेट पर नवंबर 2020 से धरना प्रदर्शन चल रहा है।प्रदर्शनकारियों का राष्ट्रीय राजमार्ग-नौ, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे, सर्विस रोड की दिल्ली जाने वाली लेन और फ्लाईओवर के नीचे कब्जा है।
प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-नौ पर अभय खंड अंडरपास, खोड़ा और फ्लाईओवर के नीचे अपना तीन चेकपोस्ट बना रखे है। इन पर प्रदर्शनकारी तैनात रहते हैं। वह अपने पास वाकी-टाकी रखते हैं। यहां आने वालों का पहचान पत्र आदि जांच कर-के आगे जाने देते हैं। एक्सप्रेस वे पर किसानो के धरने का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। सुप्रीम कोर्ट मे सुनवाई को लेकर धरनारत किसानों के नेताओं को नोटिस जारी कर दिया। जिसे लेकर बृहस्पतिवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एक तंबू की कुछ बल्लियों और पर्दों को खोलकर दावा किया था कि उन्होंने रास्ता नहीं रोक रखा है। रास्ता दिल्ली पुलिस ने रोका है। जब कि शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों की अनुमति के कोई आवाजाही नहीं हो सकी। प्रदर्शनकारी अपने चेकपोस्ट पर खड़े रहे। उनकी अनुमति के बाद ही किसी को भी अंदर प्रवेश मिला। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि प्रदर्शन स्थल पर असामाजिक तत्वों का प्रवेश रोकने के लिए जांच-पड़ताल की जा रही है।