जाखन नदी के पुल के टूटने की जांच शुरू

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देहरादून :- पुष्कर धामी सरकार ने 27 अगस्त को ध्वस्त हुए जाखन नदी पर बने रानीपोखरी पुल के गिरने की जांच के लिए टीम भेज दी है। शुक्रवार को टीम मौके पर पहुंची। मौके पर आइडोलॉजिकल परीक्षण चल रहा है। आंकड़े मिलने के बाद पुल के गिरने की जांच की जाएगी। कांग्रेस नेता हरीश रावत ने पुल गिरने का कारण अवैध खनन बताया था। इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जांच टीम गठित की है।

जांच अधिकारी ने बताया कि पुल गिरने के सभी पहलुओं पर जांच चल रही है। आज ही जांच काम का पूरा कर लिया जाएगा। इस टीम में मुख्य अभियंता लोनिवि अयाज अहमद, मुकेश परमार अधीक्षण अभियंता लोनिवि, एनपी सिंह मुख्य अभियंता लोनिवि के अलावा कई मैकेनिकल और टेक्निकल अधिकारी शामिल हैं। यह घटना 27 अगस्त को हुई थी। 27 अगस्त की सुबह देहरादून-ऋषिकेश को जोड़ने वाला 57 साल पुराना रानीपोखरी पुल बीच में अचानक ढह गया था। रानीपोखरी में वर्ष 1964 में लोक निर्माण विभाग की ओर से दो लेन पुल का निर्माण कराया गया था। 57 वर्ष पुराना यह पुल ओपन फाउंडेशन पर निर्मित किया गया था। यह पुल ऋषिकेश-देहरादून को जोड़ता है, जिसके कारण अब गढ़वाल क्षेत्र से आने वाले लोगों को देहरादून जाने के लिए नेपाली फार्म होते हुए आना पड़ रहा है। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने प्रदेश के ई-कैटेगरी के 664 पुलों की रिपोर्ट सभी प्रमुख अधिशासी अभियंताओं से मांगी है।