गाजियाबाद। जिला मुख्यालय स्थित जिला अधिकारी का कार्यालय पर उस समय हड़कंप मच गया जब अधिवक्ताओं ने जमीन पर बैठकर धरना शुरू कर दिया। कार्यालय के बाहर देखते ही देखते अधिवक्ताओं की भीड़ लग गई और जिलाधिकारी मुर्दाबाद के नारे गूंज उठे। इस संबंध में बार एसोसिएशन गाजियाबाद के सचिव अधिवक्ता मनमोहन शर्मा ने कहा कि वे कई दिन से जिलाधिकारी से मिलने का समय मांग रहे थे।
जबकि जिलाधिकारी अधिवक्ताओं से मिलने से कतरा रहे थे। ऐसे में आज जब वे जिलाधिकारी से मिलने पहुंचे तब जिलाधिकारी उनसे मिले ही बिना ही खामोशी के साथ निकल गए। जिलाधिकारी का यह कार्य वकीलों का अपमान है और अधिवक्ताओं का अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वही इस मौके पर अधिवक्ता नरेश यादव ने कहा कि जिला प्रशासन के इशारे पर बम्हेटा गांव के कुछ किसान रातों-रात गिरफ्तार किए गए और उन्हें जेल भेज दिया गया जबकि धारा 151 में सिटी मजिस्ट्रेट कोर्ट से ही जमानत हो जाती है।
लेकिन जिला प्रशासन ना तो जमानत खारिज कर रहा हैं और ना ही जमानत दे रहे हैं। जिसके कारण वे कोर्ट में अपील नहीं कर पा रहे हैं। जिस जिलाधिकारी को अधिवक्ताओं से मिलने का समय ना हो उस जिलाधिकारी को गाजियाबाद में रहने का कोई हक नहीं है। गौरतलब है कि इस मौके पर काफी संख्या में अधिवक्ता मौजूद थे। जिन्होंने जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर ही फर्श पर बैठकर धरना दिया और जिला प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी भी की।