पीड़ितों को 10 लाख का मुआवजा और सरकारी नौकरी का एलान

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मुरादनगर। अपनों के शवों के साथ सड़क पर जाम लगा कर इंसाफ की मांग कर रहे श्मशान घाट पर हुए हादसे में मारे गए लोगों को परिजनों को योगी सरकार ने 10 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है ।योग्यता के आधार पर नौकरी का भी वादा किया गया है, वही घायलों का प्राइवेट अस्पताल में फ्री इलाज को कहा गया है। शमशान घाट के लेंटर की छत गिरने से मृतकों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करने के लिए प्रदेश के केबिनेट मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना ने उखलारसी व जलालपुर शमशान घाट पहुॅचकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से मृतकों के परिजनो को सांत्वाना दिया और उन्हें विशवास दिलाया कि जो भी उनकी मांग है उन्हें पूरा कराया जायेगा।

जिले के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना ने बातचीत के दौरान कहा कि उखलारसी शमशान घाट में हताहत हुये लोगो के परिजनों को प्रदेश सरकार हर संभव मदद करेगी। उन्होनें कहा कि मृतकों के परिजनो को प्रशासनिक अधिकारियों ने जो आशवासन दिया है उसे शीघ्र पूरा कराया जायेगा। शमशान घाट के लेंटर गिरने के मामले की जांच कराई जायेगी। जांच में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्यवाई की जायेगी। उन्होनें कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिये गये है कि जो भवन जर्जर हालत में उनका सर्वे कराकर उनका शीघ्र पुर्नर्निमाण कराया जाये। प्रभारी मंत्री के साथ मुरादनगर विधायक अजीतपाल त्यागी ने कहा कि पीड़ितों की आवाज उन्होनेें प्रदेश शासन तक पहुॅचाई और मेरठ मंडल की कमीश्नर अनीता मेश्राम और पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार ने विडियों काॅन्फ्रेसिंग के द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पीड़ित परिवारों से कराई। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़ितों को आशवासन दिया कि प्रदेश सरकार उनके दुख में साथ खड़ी है और जो भी उनकी मांग है उन्हें पूरा कराया जायेगा।

मृतकों के परिवारों को 10 लाख की आर्थिक मदद, घायलों का निशुल्क उपचार, जिनके पास रहने के लिए आवास नहीं है उनको आवास की सुविधा व जिनके घरो में कमाने वाले नहीं रहे एैसे निरसरित बच्चों का शिक्षा गृहण करने का खर्चा सरकार वहन करेगी। इस अवसर पर मेरठ मंडल की कमीश्नर अनीता सी मेश्राम, पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार सिंह, जिलाधिकारी अजयशंकर पाण्डेय, एसएसपी कलानिधी नैथानी, एसडीएम सदर डीपी सिंह, एसडीएम मोदीनगर आदित्य प्रजापति सहित अनेक पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।

बता दें कि आज सोमवार को दिन निकलते ही सैकड़ों लोगों ने दिल्ली मेरठ रोड पर शव रखकर जाम लगा दिया था। वे मुख्यमंत्री को बुलाए जाने की मांग पर अड़े थे। इसके बाद अधिकारियों ने परिवार के साथ वार्ता की। लखनऊ से मिले निर्देश के बाद गाजियाबाद के एडीएम सिटी शैलेंद्र सिंह ने मुआवजा देने का ऐलान किया। तब जाकर आक्रोशित भीड़ सड़क से अपनों के शव के साथ एक तरफ हट गई तब जाकर दिल्ली मेरठ रोड पर वाहन जोड़ने शुरू हुए जिससे पुलिस के आला अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली।इस मामले में सोमवार को ईओ निहारिका चौहान, जेई सीपी सिंह, सुपरवाइजर आशीष को गिरफ़्तार किया गया, जबकि ठेकेदार अजय त्यागी को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।

मुरादनगर में मृतकों के परिजनों ने सड़क पर शव रखकर जाम लगा लिया। वहां सैकड़ों की संख्या में लोग जुट गए। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने उन्हें समझाना चाहा। इस पर लाेग भड़क गए। पुलिस से कहा कि पहले हमें गोली मार दो फिर शव ले जाओ। मुरादनगर में मृतकों के परिजनों के प्रदर्शन के चलते मेरठ तिराहे से मुरादनगर तक भीषण जाम लग गया है। यह जाम मेरठ की सीमा तक पहुंच गया। जाम के चलते राजनगर एक्सटेंशन से मुरादनगर की तरफ जाने वाले वाहनों पर पाबंदी लगा दी गई है। इसी के चलते रूट डायवर्जन।