गाजियाबाद। सपा के पूर्व प्रदेश सचिव शहाबुद्दीन सैफी ने पेट्रोल और डीजल के बढ़ते हुए दामों को लेकर मौजूदा भाजपा सरकार पर व्यंग कसते हुए कहा कि मोदी सरकार सभी पेट्रोल पंपों का नाम बदलकर भाजपा वसूली केंद्र रख दे तो अच्छा होगा। ऐसा करके कम से कम भाजपा सरकार जनता से अपने मन माफिक रुपया पेट्रोल के नाम पर वसूल सकती है और बार-बार पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ाने नहीं पड़ेगी। 72 साल के इतिहास मे पहली बार पेट्रोल से 12 पैसा ज्यादे मँहगा डीजल हुआ है। सरकार का इस तरह का विकास जनता कभी भी भूल नहीं पाएगी। भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा यह किसानो, गरीब जनता पर सरकारी मार है।
सैफी ने मौजूदा सरकार को अवसरवादी सरकार बताते हुए कहा कि यह सरकार तो इस आपदा के दौरान भी अवसर की तलाश कर रही है। कहां से उसे फायदा हो जाए और जनता को किस तरह से लूटा जाए। अब तो ऐसा लग रहा है कि भाजपा का एकमात्र लक्ष्य देश की जनता को लूट कर अपना खजाना भरने का है। अगर जनता अभी जागरूक नहीं हुई तो देश का भविष्य डुबाने में मोदी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
उन्होंने कहा कि आज हर तरफ कोविड-19 के चलते महामारी तेजी से फैल रही है। जिसके कारण जनता को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है लेकिन मौजूदा केंद्र और प्रदेश सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है। बिजली के बिल, बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी के चलते आज आम आदमी बेहद परेशान हैं । ऐसे में प्रदेशवासियों को सपा सरकार याद आ रही है, जहां अखिलेश यादव के शासन में गरीबों को हर प्रकार की सुविधाएं मिल रही थी। आगामी विधानसभा चुनाव में देश की समझदार जनता भाजपा के धोखे में नहीं आएगी और प्रदेश सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेगी।