#Ghaziabad: गौड़ होम्स सोसाइटी के फर्जी गठन को लेकर पिछले 4 दिन से महिलाएं कर रही है क्रमिक विरोध

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गाजियाबाद। गौड़ होम्स सोसाइटी की महिलाओं ने पीने के साफ पानी, साफ सफाई, सिक्योरिटी एवं एक बार और वर्तमान आरडब्लूए बोर्ड द्वारा बिना चुनाव बोर्ड के गठन के विरोध में पिछले 3 दिनों से जारी क्रमिक धरने का आज  चौथा दिन था।  सोसाइटी के अध्यक्ष मुकेश पाल सिंह और सचिव अभिषेक त्यागी द्वारा वर्ष 2019 की तरह इस वर्ष भी नए बोर्ड का गठन कर लिया। 2019 में हुए आरडब्लूए चुनाव की जाँच जिला प्रशासन द्वारा करवाई गई जिसमें 2019 के चुनाव गलत पाते हुए डिप्टी रजिस्ट्रार को हस्तक्षेप करने को कहा गया जिसमें डिप्टी रजिस्ट्रार द्वारा धारा 25(1) में निर्णय देने हेतु विहित प्राधिकारी/रऊट न्यायालय में वाद दायर कर दिया जो अभी गतिमान है। रऊट कोर्ट में वाद चलने एवं लॉक डाउन  के मध्य अब 17 मई 2020 को मुकेश पाल सिंह एवं अभिषेक त्यागी में एक नया बोर्ड का गठन कर लिया।  

महिलाओं द्वारा 3 दिन से लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंसिनग का पूर्ण पालन कर क्रमिक धरना दिया जा रहा था आज इस धरने के चौथा दिन था जिसमें आज पुरुषों ने भी भाग लिया।

महिलाओं द्वारा जानकारी दी गयी कि सोसाइटी में पूरी तरह अराजकता का माहौल फैला हुआ है फहअ ने हथियार बन्द ढरड लगा रखे हैं जब कोई शिकायत फहअ से की जाती है तब आरडब्लूए इन हथियार बन्द ढरड से धमकवाते हैं, पिछले 10 माह से पानी की टंकिया साफ नहीं हुई है जिसके कारण गंदे पीने के पानी की सप्लाई आ रही है जबकि पानी की टंकी की सफाई करने वाली कंपनी टंकी साफ करने को तैयार हैं, टावर में सिक्योरिटी गार्ड का नही लगाए जाते लेकिन बिल पूरे गार्डों का जा रहा है, लिफ्ट आये दिन खराब रहती हैं।

इसके अलावा निवासीगण इनसे काम ना होने की जब शिकायत करते हैं तो यह लोग उन व्यक्तियों और पुलिस में झूठी शिकायत करके ऋकफ कर देते हैं इसलिए अपने पतियों की सुरक्षा को देखते हुए अब महिलाओं ने इस बीड़े को उठाया है।  फहअ पदाधिकारियों द्वारा मेंटेनेंस आफिस बन्द कर निवासियों को परेशान किया जा रहा है और निवासियों के सवालों का कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है जिसके कारण निवासियों में रोष है।  

महिलाओं ने बताया कि यह विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक प्रशासन द्वारा मुकेश पाल सिंह और अभिषेक त्यागी के विरुद्ध कार्यवाही नहीं हो जाती और सोसाइटी की दैनिक समस्याओं से निवासियों को निजात न मिल जाये। इस प्रकरण को लेकर महिलाओं का एक प्रतिनिधि मंडल प्रशासन से मिल भी चुका है लेकिन कोई त्वरित समाधान न मिलने के कारण यह विरोध आगामी दिनों में चलता रहेगा।