भारतीय आविष्कारक ने खोजा कोरोना का इलाज, सुप्रीम कोर्ट में डाली याचिका

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अल्कोहल वाष्प थेरेपी से कोरोना का इलाज संभव” : सुप्रीम कोर्ट में मरीजों को अल्कोहल वाष्प थैरेपी देने के लिए ICMR और WHO को निर्देश देने के लिए याचिका

कोविड-19 के उपचार के लिए इथेनॉल वाष्प (या किसी भी उपयुक्त वाष्प चिकित्सा) की मंजूरी के लिए निर्देश जारी करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। याचिका में केंद्र, विश्व स्वास्थ्य संगठन , इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च सहित सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन व इसमें शामिल किसी भी हिस्सेदार को निर्देश देने की मांग की गई है।

याचिकाकर्ता, चंद्रशेखरन रामास्वामी, एक “स्वतंत्र आविष्कारक, लेखक और एक्टिविस्ट” हैं, जिन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम किया है । याचिकाकर्ता ने कहा कि “वास्तव में मैंने इस पद्धति को स्वयं के प्रयोगों द्वारा अपने स्वयं के अनुभव से सुझाया है। मैंने अपने फ्लू और सामान्य सर्दी के लिए कई बार इथेनॉल वाष्प का उपयोग किया है और बेहतर लाभ हुआ है क्योंकि मुझे एलोपैथी सहित अन्य दवाओं के अनुप्रयोगों से इसके समान फायदा नहीं मिला है। इसलिए मुझे दृढ़ता से लगता है कि इथेनॉल वाष्प चिकित्सा न केवल इन्फ्लूएंजा और सामान्य सर्दी के वायरस के लिए उपयोगी हो सकती है, बल्कि कोरोना सहित श्वसन प्रणाली में अन्य वायरस / बैक्टीरियल संक्रमणों के लिए भी उपयोगी हो सकती है।

इसके अलावा, ये कहते हुए कि इथेनॉल कई चिकित्सा उन्मुख उद्देश्यों के लिए एक “सार्वभौमिक उपाय” है और “जटिल प्रक्रियाओं” को पार करता है जो महंगी हो सकती हैं, याचिकाकर्ता संबंधित अधिकारियों द्वारा इसके उपयोग को अपनाने का आग्रह करता है और कहता है कि इस बीमारी की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल में भर्ती और गंभीर रूप से बीमार रोगियों को भी संभावित प्रभावी चिकित्सा से सबसे अधिक लाभ प्राप्त हो सकता है …. वर्तमान में, हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन से लाभ की उम्मीद है, फिर भी बहुत कम सबूत हैं। याचिका को वकील सी आर जया सुकिन ने तैयार किया है और वकील नरेंद्र कुमार वर्मा ने इसे दायर किया है।