चक्रवात से निपटने के लिए बीएसएफ ने भी कसी कमर

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कोलकाता :- घातक चक्रवाती तूफान “अम्पन” तेजी से पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ रहा है। पश्चिम बंगाल के अलावा ओडिशा और बांग्लादेश के समुद्र तट से इसके टकराने की संभावना है। ऐसे में लोगों की मदद और सरकार को सुविधाएं प्रदान करने के लिए बीएसएफ भी कमर कसकर तैयार है।

बीएसएफ के दक्षिण बंगाल सीमांत मुख्यालय के उपमहानिरीक्षक सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बयान जारी कर इस बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि मौसम विभाग के अलर्ट के मुताबिक यह चक्रवात पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भारी तबाही मचा सकता है क्योंकि इसकी गति 175 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे होने की आशंका है। हालात को देखते हुए बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के महानिरीक्षक योगेश बहादुर खुरानिया ने सभी अधिकारियों की आपातकालीन बैठक की है और इस आपदा से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया। जिस दक्षिण बंगाल की सीमा पर बीएसएफ की तैनाती है वह 350 किलोमीटर नदिया से होकर गुजरता है और 110 किलोमीटर सुंदरबन से। इन क्षेत्रों में बीएसएफ समुद्र अथवा नदी में स्पीड बोट और अन्य पानी के जहाजों के जरिए निगरानी रखती है। इन तमाम क्षेत्रों में लोगों की सुविधाओं के लिए इस वोट का इस्तेमाल करने की छूट दी गई है। इसके अलावा इन सीमाई क्षेत्रों में तैनात बीएसएफ जवानों को सतर्क रहने के लिए विशेष तौर पर हिदायत दिए गए हैं। इसके अलावा मौसम विभाग की ओर से जारी किए जाने वाले रेडियो संदेशों को भी बीएसएफ लगातार सुन रही है और उसके मुताबिक दिशा निर्देश भी दे रही है। राज्य आपदा विभाग के साथ भी समन्वय बनाया गया है ताकि चक्रवात के गुजरते समय आवश्यकता पड़ने पर समन्वय बनाकर काम किया जा सके।

बीएसएफ ने आम लोगों के लिए सोशल मीडिया के जरिए बचाव का उपाय भी साझा करना शुरू कर दिया है। इसमें बिजली अथवा टेलीफोन के खंभों के पास खड़ा नहीं होने, पेड़ों से दूर रहने घरों के दरवाजे खिड़कियां पूरी तरह से बंद रखने और बिना वजह घरों से बाहर नहीं निकलने की सलाह भी दी है।