यूपी में ऑनलाइन पढ़ाई को स्थाई माॅडल बनायेगी योगी सरकार, जानिए क्या है सीएम योगी का मॉडल

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लखनऊ :- कोरोना को लेकर 03 मई तक लॉकडाउन बढ़ने के मद्देनजर जहां योगी सरकार इसका सख्ती से पालन कराने में जुट गई है। इस दौरान शैक्षिक गतिविधियां प्रभावित नहीं हों, इसके लिए सरकार ने विशेष इंतजाम करने की पहल की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए पूरे प्रदेश में छात्रों के हित में ऑनलाइन पढ़ाई के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि इस मॉडल को छात्रों के हित में एक स्थाई व्यवस्था के रूप में लागू किया जाए।

अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बुधवार को बताया कि बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा, मेडिकल, नर्सिंग, पैरामेडिकल की शिक्षा में ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए सम्बंधित विभागों के अपर मुख्य सचिवों व प्रमुख सचिवों को निर्देश दिये गये हैं।

उच्च शिक्षा में 80,000 विद्यार्थी रोजाना जुड़ रहे ऑनलाइन स्टडी से
इस कड़ी में उच्च शिक्षा विभाग ने अब तक 31,939 ई-कंटेंट तैयार कर लिये हैं और 2,29,000 छात्रों को ऑनलाइन कनेक्ट करने में सफलता हासिल की है। खास बात है कि केवल उच्च शिक्षा विभाग में ही 75,925 ऑनलाइन क्लास सम्पादित कर दी गई हैं। उच्च शिक्षा की विभिन्न यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में 55,046 फैकल्टी ने ऑनलाइन शिक्षा में भाग लिया है। औसतन 80,000 विद्यार्थी प्रतिदिन उच्च शिक्षा के कोर्सेज में ऑनलाइन हिस्सा ले रहे हैं। 

प्राविधिक शिक्षा में 2,736 घंटे का ई-कंटेंट अपलोड
प्राविधिक और व्यावसायिक शिक्षा में ऑनलाइन पाठ्यक्रम शुरू कर दिया गया है। प्राविधिक शिक्षा के अंतर्गत 2,736 घंटे का ई-कंटेंट अपलोड कर दिया गया है, लगभग 9,000 शिक्षक भी ऑनलाइन शिक्षा से जुड़ चुके हैं। बीटेक, एमसीए, एमबीए, बीफार्मा, बीआर्किटेक्चर के 2,06,305 विद्यार्थी ऑनलाइन पाठ्यक्रमों में हिस्सा ले चुके हैं। आईटीआई में व्यावसायिक शिक्षा के अन्तर्गत 70 सेक्टर्स में लगभग 05 लाख विद्यार्थी ई-लर्निंग प्लेटफाॅर्म पर आ गए हैं।

एनसीवीटी का स्किल बेस्ड प्रोग्राम भी ऑनलाइन शुरू
इसके साथ ही एनसीवीटी के स्किल बेस्ड प्रोग्राम को ऑनलाइन शुरू किया गया है। इसके अंतर्गत फैकल्टी को ऑनलाइन क्लासेज व स्टूडेंट का एसेसमेंट करने के भी निर्देश दे दिए गए हैं। प्रदेश के सभी छात्र-छात्राओं से कहा गया है कि वे जहां भी हैं, वहीं से ऑनलाइन कंटेंट एक्सेस कर सकते हैं। इससे उनकी पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी।