Ghaziabad : कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं को राहत : अलग होगी व्यवस्था, बस करना होगा इस नम्बर पर कॉल

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गाजियाबाद :- कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में तीन मई तक किये गए लॉकडाउन के दौरान गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व जांच, प्रसव और नवजात के उपचार को लेकर किसी भी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है। इसके लिए सिर्फ 102 नम्बर पर काल करना है। इसके बाद एम्बुलेंस आसानी से अस्पताल तक पहुंचाएगी। यही नहीं कोविड-19 संभावित, संक्रमित  गर्भवती  महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच और प्रसव कराने के लिए अलग से व्यवस्था की जाएगी।

इस संबंध में परिवार कल्याण विभाग के महानिदेशक डॉ. बद्री विशाल ने प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों और महिला अस्पतालों की मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों को गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को समुचित उपचार उपलब्ध कराने के संबंध में दिशा निर्देश दिए हैं। महानिदेशक की ओर से भेजे गए पत्र में कोविड-19 संभावित/संक्रमित गर्भवती  महिलाओं की प्रसव पूर्व  जांच और प्रसव कराने के लिए अलग से व्यवस्था बनाने के भी निर्देश  दिए गए हैं। ऐसी गर्भवती  महिलाओं  की जांच  और प्रसव के लिए व्यवस्था जनपद में बनाए गए कोविड-19 एल-1 अस्पताल में ही की जाएगी। इसके साथ ही सीएमओ से कहा गया है कि  इन विपरीत परिस्थितियों में  प्रसव और प्रसव  पूर्व जांच के लिए उपलब्ध व्यवस्थाओं का आशा, एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से प्रचार प्रसार कराया जाए।

सीएमओ डा. एनके गुप्ता ने बुधवार को बताया शासनादेश के मुताबिक कोविड-19 संक्रमित गर्भवती महिलाओें के लिए व्यवस्था बनाई जा रही है। सीएमओ ने बताया कि  किसी भी गर्भवती महिला  को यदि किसी  उपचार की आवश्यकता  है तो उसके परिजन 102 नंबर पर कॉल करें। 102 पर कॉल  आने के बाद चिकित्सा  प्रभारी के माध्यम से तत्काल क्षेत्रीय आशा/ एएनएम को सूचित किया जाएगा। आशा/एएनएम पीड़िता के बारे में पूरी जानकारी जुटाएंगी।

यदि पीड़िता कोविड़-19 संक्रमित/संभावित नहीं है तो पूर्व निर्धारित व्यवस्था के मुताबिक उपचार उपलब्ध कराया जाएगा। संक्रमण या ऐसी संभावना की स्थिति में 102 एंबुलेंस पीड़िता को कोविड-19 के संक्रमण के उपचार के लिए बनाए गए एल-1 अस्पताल में पहुंचाएगी। जहां प्रसव कक्ष के समीप ही छह-छह बिस्तरों वाले दो क्वेरेंटाइन बनाए जाएंगे। एक वार्ड में प्रसव पूर्व महिला को रखा जाएगा और दूसरे में प्रसव के बाद। पत्र में इस बात की सख्त हिदायत दी गई है कि कोविड-19 संक्रमित/संभावित गर्भवती महिला को लेबर इडेक्शन न किया जाए। सामान्य प्रसव होने दिया जाए और प्रसवोपरांत तत्काल महिला को मॉस्क लगाया जाए फिर शिशु को स्तनपान कराया जाए। ऐसी महिला में कोविड-19 की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही अस्पताल से छुट्टी दी जाए। ध्यान रहे ऐसी गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच भी एल-1 अस्पताल में ही की जाएगी।