UP : KGMU में 21 नूमनों में कोरोना की पुष्टि, उप्र में 748 हुई मरीजों की संख्या

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लखनऊ :- प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। राजधानी लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में बुधवार को परीक्षण किए गए 929 नमूनों में से गुरुवार को 21 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इस तरह प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 748 के करीब पहुंच गई है। 

जिन मरीजों की आज रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं, उनमें दो लखनऊ में भर्ती हैं। इनमें 18 वर्षीय और 24 वर्षीय युवक है। इसके अलावा 21 वर्षीय युवती जिला अस्पताल उन्नाव में भर्ती है। वहीं 18 मरीज एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं। इनमें 47 वर्षीय पुरुष, 25 वर्षीय युवती, 28 वर्षीय पुरुष, 28 वर्षीय पुरुष, 27 वर्षीय पुरुष, 38 वर्षीय पुरुष, 50 वर्षीय पुरुष, 65 वर्षीय पुरुष, 35 वर्षीय पुरुष, 30 वर्षीय पुरुष, 30 वर्षीय पुरुष, 23 वर्षीय युवती, 25 वर्षीय पुरुष, 20 वर्षीय युवती, 18 वर्षीय युवती, 24 वर्षीय युवती, 55 वर्षीय महिला और 18 वर्षीय युवती हैं।

आज सीएमओ, सीएमएस की इंफेक्शन प्रिवेंशन प्रोटोकाॅल’ को लेकर होगी ट्रेनिंग
प्रदेश सरकार ने आपताकालीन सेवाएं शुरू करने को लेकर विशेष इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। इस कड़ी में प्राइवेट सेक्टर के लिए, 40 जनपदों की ट्रेनिंग, जूम प्लेटफाॅर्म पर करवाई गई थी, जहां एक्टिव केस ज्यादा थे। बाकी के 35 जिलों के प्राइवेट सेक्टर के लिए बुधवार को इसी तरह ‘इंफेक्शन प्रिवेंशन प्रोटोकाॅल’ पर ट्रेनिंग दी गई। इसी कड़ी में आज को मुख्य चिकित्साधिकारियों, मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों, सीएचसी के चिकित्सकों को ट्रेनिंग दी जाएगी। ताकि इमरजेंसी सेवाओं में किसी प्रकार की कोई बाधा न हो ।

कोरोना से हुई हर मौत का होगा ऑडिट
वहीं प्रदेश ने अब कोरोना से जुड़ी हर मौत का ऑडिट कराने का फैसला किया है। यह ऑडिट कमेटी के जरिए होगा। इसके जरिए पता चल सकेगा कि कैसे सम्बन्धित मामले में और  अच्छा इलाज किया सकता था। केस फाइल के आधार पर चिकित्सक विभिन्न बिन्दुओं पर ध्यान केन्द्रित करेंगे और रिपोर्ट देंगे। इस गाइडलाइन के आधार नये मिलने वाले केस के इलाज में मदद मिलेगी, जिससे कोरोना का इलाज और प्रभावी तथा कारगर ढंग से हो सकेगा। 

एक भी केस नहीं मिलने वाले जनपदों से भी भेजे जायेंगे सैम्पल
इसके साथ ही जिन जनपदों में अब तक एक भी कोरोना संक्रमित मामला सामने नहीं आया है, वहां से भी कम से कम 20 सैम्पल प्रतिदिन जांच के लिए भेजे जायेंगे। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने मुताबिक इसके अलवा जहां 50 से ज्यादा केस हैं, वहां रोजाना भेजे जाने वाले सैम्पल की संख्या 150 से 200 होगी। पूरी कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा जांच के जरिए नतीजे सामने आ सकें।

युवा सबसे ज्यादा कोरोना से संक्रमित
उन्होंने प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की केस हिस्ट्री को लेकर कहा कि इनमें 0-20 आयु वर्ग के 17 प्रतिशत, 21-40 उम्र के 46.5 प्रतिशत, 41-60 आयु वर्ग के 26 प्रतिशत और 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 10.5 प्रतिशत केस हैं।