कोरोना काल में दादी बनी प्रेरणा, जानिए कैसे 107 वर्ष की उम्र में दी कोरोना को मात

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नई दिल्ली :- भारत में एक प्रसिद्ध कहावत है ‘जाको राखे साइयां मार सके ना कोई’, मतलब ये कि जिसकी रक्षा ऊपर वाला करता है, उसका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता। भारत ये पंक्ति स्पेन में रहने वाली एक 106 वर्षीय बुजुर्ग महिला पर एकदम सटीक बैठती है। दरअसल, जिस महिला की बात हम कर रहे हैं उन्होंने साल 1918 में आई भयानक महामारी स्पेनिश फ्लू को तो हराया ही लेकिन अब वर्तमान में बुजुर्ग ने कोरोना वायरस को भी मात देकर सबको चौंका दिया है।

107 वर्षीय एक स्पेनिश महिला ऐना डेलवाल ने अपने जीवन काल में दो महामारियों पर विजय पायी है। ऐना डेलवा की बहु पाकी सांचेज ने बताया कि उनसी सास ने पहले 1918 के स्पेनिश फ्लू को मात दिया और अब हाल ही में वह कोरोना वायरस से पूरी तरह ठीक होकर अस्पताल से घर लौटी हैं। ऐना डेलवाल, जो गंभीर रूप से कोरोना से बीमार हो गई थीं उन्हें डॉक्टरों ने कड़ी निगरानी में रखा गया था। ऐना डेलवाल की रोग प्रतिरोधक क्षमता से ICU में इलाज करने वाले डॉक्टर भी हैरान रह गये।

एना डेल वैले के संघर्ष की कहानी तब शुरू हुई जब उन्होंने एक बच्ची के रूप में तथाकथित स्पैनिश फ्लू महामारी से पार पाया। इस महामारी से दुनियाभर में लाखों लोगों की मौत हो गई थी।