बायर्स ‘सड़क पर’ बिल्डरों की मनमानी से

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ग्रेटर नोएडा: सेक्टर साइट सी में कॉसमॉस इंफ्रास्टेट की शिवालिक होम सोसायटी में 400 लोग परेशान हैं। 4 वर्षों से बिल्डर से रजिस्ट्री के लिए मिन्नतें कर रहे हैं। अब पता चला कि वह डिफाल्टर हो चुका है। बैंक में इसी सोसायटी को गिरवी रखकर लोन लिया था। किस्त जमा नहीं हुई तो बैंक ने सोसायटी में नोटिस चस्पा कर दिया। निर्देश दिया कि अब बिल्डर के साथ लेनदेन न करें। परेशान रेजिडेंट्स सूरजपुर पुलिस ऑफिस में बुधवार को कार्रवाई की गुहार लगाने पहुंचे।

रेजिडेंट हिमांशु शेखर, रूपेश, शैलेंद्र, आशीष, प्रवीण, वैभव, रवि और अनुज आदि के साथ बड़ी संख्या में लोग मंगलवार को सूरजपुर पुलिस ऑफिस पहुंचे थे। उन्होंने बिल्डर के खिलाफ लिखित शिकायत दी है। आरोप लगाया कि शिवालिक होम्स सोसायटी बनाने के लिए बिल्डर ने उत्तर प्रदेश स्टेट इंडस्ट्रियल डिवेलपमेंट कॉर्पोरेशन (UPSIDC) से प्लॉट का आवंटन कराया था। यहां 415 लोगों को घर बेचे गए हैं। लगभग सभी बायर्स से बिल्डर ने फ्लैट की पूरी रकम वसूल ली है। बावजूद इसके अब तक रजिस्ट्री नहीं कराई। रेजिडेंट्स जब रजिस्ट्री के लिए कहते तो बिल्डर यूपीएसआईडीसी के पास आवेदन करने की दलील देता। यूपीएसआईडीसी में पता करते तो कानपुर मुख्यालय में फाइल होने की बात कही जाती। कॉसमॉस इंफ्रास्टेट के निदेशक कैलाश चौहान से इस मुद्दे पर उनका पक्ष लेने का एनबीटी ने कई बार प्रयास किया, लेकिन उनका पक्ष नहीं मिल सका।

बिल्डर अब नहीं दे रहा जवाब

ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स ने जब सोसायटी में डिफाल्टर का नोटिस लगाया तो फ्रॉड का पता चला। नोटिस के अनुसार बिल्डर पर बैंक लोन के 2 करोड़ 16 लाख रुपये का बकाया है। किस्तें जमा करनी बंद होने के बाद बैंक ने कई बार बिल्डर को नोटिस दिया। फिर भी रुपये जमा नहीं हुए तो सोसायटी को कब्जे में लेने का दावा किया। इस बारे में सोसायटी में नोटिस चस्पा किया गया है। बैंक ने निर्देश दिया है कि कोई भी इस संपत्ति के साथ लेनदेन न करे। बिल्डर अब रेजिडेंट्स की बात का भी जवाब नहीं दे रहा है। रेजिडेंट्स का आरोप है कि उनके साथ फ्रॉड किया गया है। हिमांशु ने बताया कि पुलिस अधिकारियों ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है। अभी सोसायटी में 350 परिवार रह रहे हैं।