बच्चों के लिए घातक है पटाखों से निकला हुआ प्रदूषण : डॉ.भानू बखरी

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नोएडा : सेक्टर-30 स्थित सुपर स्पेशलिस्ट पीडियाट्रिक हॉस्पिटल एंड पोस्ट ग्रेजुएट टीचिग इंस्टीट्यूट (चाइल्ड पीजीआइ) में शुक्रवार को स्वस्थ व सुरक्षित दीपावली मनाने को लेकर जागरूकता कार्यक्रम हुआ। पटाखों से होने वाले प्रदूषण और शारीरिक नुकसान को बताया

बाल चिकित्सक डॉ.भानू बखरी ने कहा पटाखों से आम जन ही नहीं घरों में मौजूद वृद्धों को काफी परेशानी होती है। बच्चों के लिए पटाखों से हुआ प्रदूषण काफी घातक है। इससे पालतू पशु-पक्षियों की हालत और खराब हो जाती है। बच्चों के साथ ही बड़ों की श्वास नली में रुकावट, गुर्दे में खराबी और त्वचा संबंधी बीमारियां के साथ ही हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक का भी खतरा रहता है। दमा, सीओपीडी या एलर्जिक रहाइनिटिस से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। डॉ. नीता राधाकृष्णनन ने कहा पटाखों में मौजूद छोटे कण सेहत पर बुरा असर डालते हैं, जिसका असर फेफड़ों पर पड़ता है। इसके धुएं से फेफड़ों में सूजन आती है, जिससे फेफड़े ठीक से काम नहीं करते हैं। ऐसे में बच्चों व खुद को पटाखों के धुएं से बचाए रखने की कोशिश करें। निदेशक डॉ. डीके गुप्ता ने कहा जब लोग प्रदूषण के संपर्क में आते हैं, तो उन्हें आंख, नाक और गले की समस्याएं होती हैं। पटाखे का धुआं, सर्दी जुकाम और एलर्जी का प्रमुख कारण है।