मुंबई। रेलवे के लिए चार्टर्ड ट्रेनों को फ़िल्म प्रमोशन के काम में लाना फायदे का सौदा साबित हो रहा है। रेलवे के पास फिल्मों के अलावा केबीसी और कपिल शर्मा के शो के लिए भी अर्जेंट रिक्वेस्ट आई है।
आपको बता दें रेलवे ने सिर्फ फिल्मों ही नहीं बल्कि विभिन्न मंत्रालयों को भी अपना ग्राहक बनाने की योजना बनाई है। रेलवे कई मंत्रालयों के लिए उनकी योजनाओं का प्रचार ट्रेनों से करने का प्रस्ताव तैयार कर रहा है।
गौरतलब है कि रेलवे ने दो महीने पहले फिल्म, आर्ट और कल्चर क्षेत्रों के प्रचार कार्यों की ज़रूरतों के बाज़ार में उतरने का फैसला किया था और फिर एक नई पॉलिसी बनाई गयी थी। इस नई पॉलिसी के अनुसार खासतौर पर फिल्म प्रमोशन के लिए रेलवे ट्रेनें किराए पर देगी। जिसके बाद सात अक्टूबर को मुंबई की प्रमुख फ़िल्म निर्माण कम्पनियों को रेलवे ने पत्र भेज कर अपनी इस पॉलिसी की जानकारी देते हुए उन्हें अपनी नई फ़िल्मों का प्रोमोशन चार्टर्ड ट्रेनों से करने का प्रस्ताव दिया था।
रेलवे को सबसे पहले अक्षय कुमार की फिल्म ‘हाउसफ़ुल 4’ के लिए चार्टर्ड ट्रेन का आर्डर मिला। इसके लिए रेलवे ने कुल 53 लाख रूपए वसूल किए। इसके बाद अब तक रेलवे के पास बड़े बैनर की करीब दस फिल्मों के प्रमोशन के लिए चार्टर्ड ट्रेनों की रिक्वेस्ट आ चुकी है।
‘हाउसफुल-4’ के बाद इस रेस में दबंग–3 (मेकर्स सलमान खान), डायरेक्टर अनुराग कश्यप की फिल्म ‘लंचबाक्स–2‘, होप प्रोडक्शन की ‘पैडमैन–2‘, रिलायंस की फिल्म ‘सांड की आंख‘, ‘छपाक‘ और ‘मरजांवां‘ शामिल हैं।
इन ट्रेनों का किराया पूरी ट्रेन में उपलब्ध कुल यात्री सीटों के पूरे किराए और अन्य ख़र्चों को जोड़ कर तय किया जाएगा। यानी फ़ुल टेरिफ रेट चार्ज किया जाएगा। इसमें प्रोडक्शन हाऊस की ज़रूरतों के हिसाब से ट्रेन को विनाइल रैप से सजाने आदि का काम भी रेलवे करेगी और उसका अलग से सर्विस चार्ज लिया जाएगा।