नहीं ली प्रशासन ने सुध,समाज सेविका ने बचाए गौ माता के प्राण

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लोनी । सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं पर प्रशासन की लापरवाही तब देखने को मिली जब वार्ड नंबर 9 के लक्ष्मी गार्डन में लगभग 3 से 4 दिन से एक गौ माता बीमार पड़ी हमें दिखाई दी। एक समाज सेविका भावना बिष्ट को जैसे ही पता चला उन्होंने तुरंत डॉक्टरों को बुलाकर उसका इलाज करवाया तथा उसकी देखरेख की।

लक्ष्मी गार्डन वार्ड नंबर 9 में कई दिनों से बीमार पड़ी गौ माता तड़प रही थी । इसकी जानकारी जैसे ही समाज सेविका भावना बिष्ट को चली, उन्होंने देखा कि गौ माता कराह रही थी। तभी उन्होंने डॉक्टरों को सूचना देकर बुलवाया और उसका इलाज कराया। हालांकि इसकी जिम्मेवारी सरकार द्वारा चलाई जा रही आवारा पशुओं को गोशाला में रखने की है और इसकी देखरेख के लिए प्रशासन अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने इस नियम को न सिर्फ अनदेखा किया बल्कि नजरअंदाज करते हुए बीमार गौ माता को देखने तक के लिए कोई नहीं आया और ना ही उसे किसी गौशाला में ले जाकर रखा गया, ना ही उसका इलाज कराया गया, ना ही उसे खाने की व्यवस्था की गई।

हालांकि अभी भी वह उसी जगह पड़ी हुई है। डॉक्टर इलाज करने के बाद जब आज सुबह चेक करने आये आए तो पता चला कि उसे काफी हद तक आराम है। लेकिन उसका रहने का ठिकाना आज भी वही है जहां वह बीमार पड़ी हुई थी। अभी तक किसी भी ने इसकी सुध नहीं ली है कि उसको किसी गौशाला में ले जाएं, और उसका सही तरह से इलाज कराएं। खाने-पीने का भी ध्यान रखें। जबकि प्रदेश सरकार का सख्त आदेश है कि आवारा पशुओं को गौशाला में रखा जाए और उनका खाने-पीने का इंतजाम चिकित्सा सुविधा भी वही दी जाए।

वैसे तो घरों में लोग गायों को पाल लेते हैं और जब तक वह दूध देती है तब तक उसे घर में रखते हैं। उसके बाद उसे घर से बाहर निकाल देते हैं। अनुरोध है कि ऐसे लोगों के खिलाफ प्रशासन को सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।