डल्लेवाल के अनशन से 20 किलो वजन घटा, किसान आंदोलन में नया मोड़, दिल्ली कूच की तैयारी!

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पंजाब और हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने पिछले 53 दिनों से आमरण अनशन जारी रखा है। किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ के अनुसार, डल्लेवाल का वजन 20 किलो से ज्यादा घट चुका है। प्रारंभ में उनका वजन 86 किलो 950 ग्राम था, लेकिन अब यह 66 किलो 400 ग्राम तक पहुंच गया है। इस बीच, डल्लेवाल के समर्थन में 111 किसान भी आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं, जो अब तीन दिनों से जारी है। मंगलवार को प्रशासनिक और पुलिस के कई अधिकारी डल्लेवाल से मिलने पहुंचे थे, जिसमें उनकी स्वास्थ्य स्थिति का जायजा लिया गया। डल्लेवाल की हालिया चिकित्सा रिपोर्ट में उनके किडनी और लिवर के टेस्ट के नतीजे चिंताजनक पाए गए हैं, जो मानक स्तर से ज्यादा है।

किसान नेताओं का दावा है कि सरकार जानबूझकर सुप्रीम कोर्ट को ऐसे टेस्ट के परिणाम पेश कर रही है जिनमें सुधार आने में समय लगता है। इस मुद्दे पर किसान नेताओं ने पंजाब सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि यदि आमरण अनशन से सेहत में सुधार होता है, तो इससे साबित होता है कि अस्पताल बंद कर दिए जाने चाहिए ताकि लोग अनशन कर सकें।

गुरुवार को किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने शंभू बॉर्डर पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में 21 जनवरी को दिल्ली कूच की घोषणा की। पंधेर ने कहा कि इस कूच में 101 किसान शामिल होंगे और केंद्र सरकार अभी तक वार्ता के लिए तैयार नहीं है। ऐसी स्थिति में, किसानों ने आंदोलन को और तेज करने का ऐलान किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चेतावनी दी है कि उनकी सरकार के कार्यकाल में MSP पर फसल की खरीद की गारंटी दी जानी चाहिए, क्योंकि ये मांगें देश के हित में हैं।

किसान तीन बार पहले ही दिल्ली कूच करने का प्रयास कर चुके हैं, लेकिन हर बार हरियाणा पुलिस ने उन्हें रोका है। इन प्रयासों के दौरान, किसानों पर आंसू गैस और वाटर कैनन जैसे बल प्रयोग किए गए, जिसमें कई किसान घायल हो गए थे। इस स्थिति के बीच, 18 जनवरी को संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की ओर से एक महत्वपूर्ण मीटिंग पटियाला में आयोजित की जाएगी। इसके बाद 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च का आयोजन भी किया जाएगा।

15 जनवरी को डल्लेवाल के अनशन पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने पंजाब सरकार से डल्लेवाल की सेहत से जुड़ी सभी मेडिकल रिपोर्ट मांगी हैं, और AIIMS से विशेषज्ञ राय भी ली जाएगी। इससे पहले की सुनवाई में, पंजाब सरकार ने डल्लेवाल की स्थिति में सुधार का दावा किया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट से पूछे जाने पर उसने बताया कि उनकी हालत स्थिर है। डल्लेवाल ने इससे पहले प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, विभिन्न धर्मों के संतों और महापुरुषों को पत्र लिखकर अपनी मांगें रखी हैं, जिसमें एमएसपी की गारंटी की मांग प्रमुख है।