मोहाली में निर्दयी शिक्षक गिरफ्तार: बच्चे को कुत्ते की नकल पर बेरहमी से पीटा!

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मोहाली में एक दुखद घटना हुई, जिसमें एक 5 वर्षीय बच्चे को केवल कुत्ते की नकल करने के कारण बेरहमी से पीटा गया। आरोपी की पहचान 35 वर्षीय जहांशेर के रूप में हुई है, जो कि एक रिटायर पीसीएस अधिकारी के परिवार से संबंध रखता है। मामले की गंभीरता को देखते हुए, मटौर थाने की पुलिस ने आरोपी के खिलाफ इरादा कत्ल की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि वे इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं और ऐसे कृत्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

यह मामला 29 सितंबर को घटित हुआ था, लेकिन शिकायत के बाद पुलिस ने अगले दिन यानी 30 सितंबर को औपचारिक रूप से केस दर्ज किया। इस दौरान आरोपी लगातार पुलिस की पकड़ से दूर था। हालाँकि, 2 दिन पहले इस घटना का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसने इस मामले को लेकर सार्वजनिक ध्यान आकर्षित कर दिया। इससे पुलिस पर दबाव बढ़ा कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। दबाव में आकर, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और आरोपी को पकड़ लिया।

घटना की जानकारी के अनुसार, जहांशेर ने एक बच्चे को ट्यूशन पढ़कर लौटते समय बेवजह पीटा। उसे संदेह था कि बच्चा उसकी नकल कर रहा है, जिसके कारण उसने उसे 8 से 10 थप्पड़ मारे और बाद में बच्चे को जमीन पर गिराकर भी बेरहमी से पीटा। आरोप है कि जहांशेर ने बच्चे की छाती पर पैर रख दिया, जिससे बच्चा अत्यंत भयभीत हो गया। जब यह घटना बच्चे के परिवार के पास पहुँची, तो उन्होंने तुरंत इसकी रिपोर्ट पुलिस को दी।

इस दमनकारी घटना से न केवल बच्चा बल्कि उसका एक साथी भी डर गया। बच्चे के माता-पिता की माने तो दोनों बच्चे रात में सोते समय चिल्लाने लगे और भय के कारण बाहर नहीं जाने की हिम्मत नहीं जुटा सके। उन्होंने कहा कि बच्चे को इस तरह पीटना बिल्कुल गलत है, और ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। इस घटनाक्रम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि समाज में बच्चों के प्रति क्रूरता को स्वीकार नहीं किया जा सकता है और ऐसे मामलों में जिम्मेदार व्यक्तियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

इस मामले से जुड़े सभी पहलुओं की गहनता से जांच की जा रही है, ताकि भविष्य में ऐसे दुष्कर्मों की पुनरावृत्ति न हो सके। पुलिस ने इस घटना को लेकर नागरिकों को जागरूक करते हुए कहा है कि वे ऐसे मामलों की जानकारी तुरंत उन्हें दें, ताकि वे आवश्यक कदम उठा सकें। समाज में एकजुटता के साथ ऐसे कृत्यों को समाप्त करने की जरुरत है, ताकि हमारे बच्चों का बचपन सुरक्षित और खुशहाल हो सके।