02HREG273 राजगढ़ः हिंदू परिवार व्यवस्था पर हो रहे आघातों को रोकने के संकल्प के साथ हुई विहिप की बैठक
राजगढ़,2 जून (हि.स.)। विश्व हिंदू परिषद मध्यभारत प्रान्त की दो दिवसीय बैठक रविवार को ब्यावरा के सरस्वती शिशु मंदिर में संपन्न हुई। बैठक के उद्घाटन सत्र में क्षेत्र संगठन मंत्री मनोज वर्मा ने कहा कि विहिप का कार्य मम मंत्र समानता, घरवासी से ही प्रारम्भ हुआ, धर्म प्रसार के कार्य को बढ़ना है। राष्ट्र के स्वाभिमान का जागरण, हिन्दू का मंदिर से जुड़ाव,बड़े एवं सृष्टि पूर्तिवर्ष का लक्ष्य तय करना है।
उन्होेंने कहा कि हम हिन्दू है, गर्व के साथ कहते हैं, इसके साथ हमें विघटन को रोकना है, लवजिहाद न हो, ऐसी योजनाएं बनाना है। संस्कार के माध्यम से नैतिक शिक्षा देने के लिए रामायण, महाभारत सहित गीता की शिक्षा देने की योजना बनाना है। हिंदू परिवार व्यवस्था पर हो रहे आघातों और बढ़ती लवजिहाद व धर्मांतरण की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कार्ययोजना बनाएं। इसके अंतर्गत बजरंग दल के द्वारा प्रांत में 9 सितम्बर से 17 सितंबर के बीच दो रथ शौर्य जागरण यात्राएं निकाली जाएगी। यात्राओं के माध्यम से प्रान्त में रहने वाले हिंदुओं को संगठित कर उन्हें इन समस्याओं से निपटने में सक्षम बनाया जाएगा।
बैठक के समापन सत्र में केन्द्रीय संगठनमंत्री विनायक राव देशपांडे ने कहा कि कुछ दशकों से हिंदू परिवार व्यवस्था पर मनोरंजन जगत, वामपंथी शिक्षाविदों व न्यायालयों के कुछ निर्णयों तथा भौतिकता वादी व भोगवादी मानसिकता के द्वारा गहरे आघात किए जा रहे हैं, जिससे बच्चों में संस्कारों का आभाव, युवा पीढ़ी की स्वच्छंदता और वृद्धों की दुरावस्था से मूल परिवार व्यवस्था का क्षरण हो रहा है।
उन्होंने कहा हम अनुरोध करते है कि शिक्षा नीति बनाने और परिवार सम्बन्धी कानूनों का निर्माण करते समय इस व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में रचनात्मक योगदान दें। हिन्दूओं में एकल परिवारों में रहने को बाध्य व्यक्तियों को भी नियमित अंतराल पर अपने मूल परिवार से संपर्क, पूर्वजों के स्थानों से जुड़ाव, पारिवारिक सहभोज, कुटुंब एकत्रीकरण, सामूहिक भजन, दान, सेवा कार्य, उत्सव, तीर्थाटन, मातृभाषा का प्रयोग पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। सितम्बर माह में बजरंग दल के द्वारा निकाली जाने वाली एक रथ यात्रा मुरैना स्थित क्रांतिकारी रामप्रसाद विस्मिल की जन्मस्थली से और एक रथ सूर्यपुत्री माँ ताप्ती के उदगम स्थल मुलताई से प्रारंभ होकर प्रान्त के प्रत्येक प्रखंड से होते हुए 17 सितंबर को भोपाल में सम्पन्न होगी। बाल संस्कार केंद्रों के विस्तार के साथ गीता, रामायण आदि की परीक्षाएं भी आयोजित की जाएगी।
बैठक में पूज्य संत निलय गुरु, प्रांत उपाध्यक्ष पप्पू वर्मा, अनिल गोयल प्रान्त मंत्री राजेश जैन, प्रांत संगठन मंत्री खगेन्द्र भार्गव, ट्रस्टी विधि प्रमुख मनोज शाही, प्रान्त कार्यसमिति के प्रतिनिधियों सहित प्रांत के 32 जिलों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।