आदेश के मुताबिक सभी जिला स्तरीय वार रूम के साथ-साथ प्रदेश में उपखण्ड स्तर पर स्थापित कोविड कन्सल्टेंशन सेंटर और कोविड केयर सेंटर में मरीजों को भर्ती करने या फिर वहां से किसी डेडीकेटेड कोविड अस्पताल में रेफर करने के लिए नि:शुल्क 108 और 104 एंबुलेंस सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए है कि जरूरत पड़ने पर संबंधित कलेक्टर निजी एंबुलेंस का अधिग्रहण कर सकेंगे या फिर किराये पर लेकर एंबुलेंस सेवा का संचालन करेंगे।
राजस्थान में कोरोना महामारी संकट से जूझ रहे मरीजों को अब कोविड अस्पतालों में भर्ती होने के लिए नि:शुल्क एंबुलेंस सेवा उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर 181 पर दर्ज होने वाली कोरोना पेशेंट की समस्याओं का आधे घंटे के भीतर समाधान करना होगा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर यह फैसला लिया।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निर्देश दिए हैं कि पूरे प्रदेश में कोविड-19 महामारी से संबंधित समस्याओं को जानने के लिए एक ही टेलीफोन नंबर रहेगा। यहां से निश्चित समयावधि में समस्याओं का समाधान किया जाए। साथ ही, कोरोना रोगियों को आवश्यक सलाह, दवा आदि उपलब्ध कराने के लिए भी कहा गया है।
इस आदेश के तहत मरीजों को कोविड डेडीकेटेड अस्पतालों, कन्सल्टेशन सेंटर, उपचार केन्द्रों, निजी चिकित्सालयों में बेड, ऑक्सीजन सुविधा, वेंटिलेटर आदि की उपलब्धता की रियल टाइम जानकारी और मरीज को भर्ती, रेफर और डिस्चार्ज करने पर एम्बुलेंस सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही, अस्पताल में भर्ती की आवश्यकता वाले मरीज को किसी भी स्थिति में भर्ती करने से मना नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर जारी हुए चिकित्सा विभाग के आदेश पर 24×7 घंटे चालू रहने वाला राज्य स्तरीय वार रूम संचालित किया जा रहा है। जिसका हेल्पलाइन नंबर 181 है। इसके अलावा सभी जिलों के प्रमुख कोविड डेडीकेडेट अस्पतालों में भी 24×7 जिला स्तरीय वार रूम और हेल्पलाइन नंबर स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं।