स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना तुरंत अग्निशमन विभाग को दी। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियाँ घटनास्थल पर पहुँचीं लेकिन तब तक आग विकराल रूप ले चुकी थी और कई घर पूरी तरह जलकर राख हो गए। फायर ब्रिगेड की टीम ने ग्रामीणों के सहयोग से कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
ग्रामीणों ने बताया कि आग इतनी भयावह थी कि लोग अपने घरों से बर्तन, कपड़े, नगदी और किताबें तक नहीं निकाल पाए। यहां तक कि घरों में बंधी बकरियाँ भी जिंदा जल गईं। पूरे गांव में चीख-पुकार मच गई। जिन परिवारों के घर जले, वे अब खुले आसमान के नीचे बेघर हो गए हैं। आग को बुझाने के दौरान एक युवक का हाथ भी झुलस गया। घायल युवक का इलाज स्थानीय स्तर पर कराया जा रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर फायर ब्रिगेड की गाड़ियाँ समय पर पहुँचतीं, तो शायद नुकसान इतना अधिक नहीं होता। घटना के बाद से पूरे गांव में दहशत का माहौल है। लोग अपने-अपने स्तर से आगजनी की वजह का अंदाज़ा लगाने में जुटे हैं, लेकिन किसी को स्पष्ट जानकारी नहीं है। कुछ ग्रामीणों का मानना है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी होगी, जबकि कुछ का कहना है कि यह किसी चूल्हे से फैल होगी।