इंस्टाग्राम स्टार पर दरिंदगी, बचने के बाद परिवार ने ही नींद में गोलियों से छलनी किया!

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कुर्दिस्तान, इराक का एक सुंदर शहर, अपनी अद्भुत इमारतों और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन यहां की महिलाओं की स्थिति बेहद चिंताजनक है। हाल ही में 2023 में इस क्षेत्र में 30 महिलाओं की ऑनर किलिंग की घटनाएं हुई हैं, जबकि 2022 में यह संख्या 23 थी। आंकड़ों के अनुसार, 2017 से 2019 के बीच लगभग 200 महिलाओं को इज्जत के नाम पर मार दिया गया था। इनमें से कई का अपराध केवल यह था कि उन्होंने जबरदस्ती की शादी से इंकार किया या अपने शिक्षित बनने के स्वप्न देखे। अब हम आपको एक ऐसी इराकी इन्फ्लुएंसर फैरूज आजाद की दर्दनाक कहानी सुनाते हैं, जिसे केवल इसके कारण मारा गया कि वह सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध थीं। उनके हत्यारे उनके अपने पिता, भाई और कुछ करीबी रिश्तेदार थे, जिन्होंने नींद में गोली मारकर उनकी जान ले ली।

फैरूज का जन्म 2003 में इरबिल, कुर्दिस्तान में हुआ था। उनके माता-पिता का तलाक हो गया और वह अपनी मां नाजा फरहाद के साथ रहने लगीं। फैरूज ने एक छोटे से शहर में रहते हुए अपनी रचनात्मकता को रंग दिया। वह अपने वीडियो बनाने और तस्वीरें पोस्ट करने के शौक के कारण ऑनलाइन प्रसिद्द हो गईं, जिससे उनके फॉलोअर्स की संख्या बढ़ने लगी। हालांकि, जैसे-जैसे उनकी लोकप्रियता बढ़ी, उनके परिवार में तनाव भी बढ़ने लगा। उनके कट्टरपंथी पिता को उनकी मौजूदा लाइफस्टाइल और वीडियो बनाने की आदतें पसंद नहीं थीं। उन्होंने फैरूज की मां से यह तक कह दिया कि वह अपनी बेटी को सोशल मीडिया अकाउंट डिलीट करने को कहें, लेकिन फैरूज ने इस दबाव को अस्वीकार कर दिया।

18 नवंबर 2023 को फैरूज को दो अन्य इन्फ्लुएंसर से मिलने का निमंत्रण मिला। वहां पहुंचने पर उनके साथ विवाद हुआ और दोनों ने उन पर जबरदस्ती करना शुरू कर दिया। विवाद के दौरान, उन्हें 5वीं मंजिल से नीचे फेंक दिया गया, लेकिन फैरूज इस जीवनदायी संघर्ष में जीवित रहीं। उन्हें गंभीर चोटें आईं और अस्पताल में उनका बयान दर्ज हुआ, जिसमें उन्होंने बताया कि उनके साथ रेप किया गया था। हालाँकि, उनके पिता ने इस मामले में आरोपियों को पैसा देकर जेल से रिहा करवा लिया।

इस भयावह घटना के बावजूद फैरूज के पिता और परिवार ने उनका समर्थन नहीं किया। इसके विपरीत, दोनों आरोपियों ने उन्हें जानबूझकर अपमानित करना शुरू कर दिया। परिणामस्वरूप फैरूज के जीवन में एक नया अध्याय शुरू हुआ। 17 अप्रैल को, जब फैरूज अपने बिस्तर पर सो रही थीं, उनके अपने पिता, भाई और अन्य रिश्तेदारों ने उन पर पांच गोलियां चलाईं और उनकी जीवनलीला समाप्त कर दी। उनकी मां ने इस प्रकरण के बारे में बताया कि उसने गोलियों की आवाज सुनी और अपने परिवार के लोगों को रोकने का प्रयास किया। लेकिन उनकी जान का जोड़ केवल परिवार द्वारा दिए गए आदेशों से था।

इसी तरह, इराक में अन्य इन्फ्लुएंसर्स की भी ऑनर किलिंग के मामले सामने आए हैं। तिबा-अल-अली और ओम फहाद जैसे नामों के साथ जुड़ी हत्याएं इस बात का सबूत हैं कि इराक में महिलाओं को अपनी आज़ादी का भुगतान अपनी जान देकर करना पड़ता है। अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, ऑनर किलिंग के शिकार हुए महिलाओं की कब्रों पर केवल नंबर लिखे जाते हैं, और उनके परिवारों को भी वहां जाने से रोका जाता है। यह स्थिति इराक में महिलाओं के लिए एक गंभीर संकट की ओर इशारा करती है, जो कि सामाजिक रूढ़ियों और पारिवारिक दबाव में जी रही हैं।