मुख्तार का शूटर एनकाउंटर में खत्म: DSP घायल, यूपी STF की झारखंड में धांसू कार्रवाई!

Share

उत्तर प्रदेश पुलिस की विशेष कार्य बल (STF) ने मुख्तार अंसारी के गैंग के शूटर अनुज कनौजिया को एक मुठभेड़ में ढेर कर दिया है। यह एनकाउंटर रविवार तड़के झारखंड के जमशेदपुर में हुआ, जहां STF और झारखंड पुलिस ने अनुज को पकड़ने की कोशिश की। इस दौरान अनुज ने पुलिस पर फायरिंग की, जिसके जवाब में सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। मुठभेड़ के दौरान अनुज को गोली लगी और उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, इस मुठभेड़ में दोनों पक्षों की ओर से 25 राउंड से अधिक गोलियां चलायी गयीं। STF के एक डीएसपी, धर्मेश कुमार शाही, इस वारदात में घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

36 वर्षीय अनुज कनौजिया पर मऊ पुलिस ने हाल ही में 2.5 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था, और उसके खिलाफ हत्या, लूट और अन्य अपराधों के 23 मुकदमे दर्ज थे। पुलिस ने उसके पास से दो बम और दो पिस्टल भी बरामद किए हैं। अनुज पर आरोप था कि वह एक बड़ी आपराधिक वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा था। STF को दो दिन पहले जानकारी मिली थी कि वह जमशेदपुर में छिपा हुआ है, जिसके बाद इसकी तसदीक करने की कार्रवाई की गयी।

अनुज का बचपन और उसकी बाजार में बढ़ती आपराधिक गतिविधियों का इतिहास भी अत्यंत ही रोचक है। अनुज कनौजिया का जन्म चिरैयाकोट के बहलोलपुर गांव में हुआ था, जहां उसका परिवार एक शिक्षित पृष्ठभूमि से आता था। उसके पिता सरकारी स्कूल में शिक्षक थे। अनुज ने 17 साल की उम्र में घर छोड़ दिया था और अपराध की दुनिया में प्रवेश किया। अनुज के भाई विनोद ने बताया कि उनका परिवार एक पट्टीदारी के झगड़े का शिकार हुआ था, जिसके बाद अनुज ने भी प्रतिशोध के तहत एक हत्या की। इससे उसकी अपराध की दुनिया में एंट्री हुई और उसे मुख्तार अंसारी के गैंग से भी जुड़े रहने का मौका मिला।

अनुज की शादी की कहानी भी काफी दिलचस्प है। उसने जेल में रहते हुए एक लड़की रीना राय से शादी की, जो पहले उससे मदद मांगने आई थी। रीना ने अनुज के साथ बिना अपने परिवार की सहमति के विवाह किया। मुठभेड़ के बाद उसकी पत्नी रीना भी रंगदारी मांगने के मामले में झारखंड के रांची से गिरफ्तार हुई थी। दोनों के दो बच्चे भी हैं। उनके पारिवारिक जीवन के हालात भी तब से बदतर रहे हैं जब से अनुज का नाम मुख्यधारा की आपराधिक गतिविधियों से जुड़ गया था।

यह एनकाउंटर प्रदेश में सुरक्षा और कानून व्यवस्था की स्थिति को सुधारने का एक कदम माना जा रहा है, जिससे जघन्य अपराधियों में डर पैदा होना चाहिए। उत्तर प्रदेश पुलिस की इस कार्रवाई ने यह भी दर्शाया है कि वह संगठित अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध है।