पंजाब कांग्रेस के पूर्व युवा प्रमुख और केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू की करीबी संबंधी राजीव राजा को पुलिस ने 30 लाख रुपये की फिरौती मांगने के मामले में गिरफ्तार किया है। इस घटना के सिलसिले में राजीव राजा के साथ दो अन्य युवकों को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस वर्तमान में इस मामले की विभिन्न पहलुओं की जांच कर रही है। राजीव राजा को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से पुलिस ने उन्हें दो दिन के रिमांड पर लिया है। उनकी गिरफ्तारी के बाद रवनीत सिंह बिट्टू ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के प्रति विरोध जताया है, आरोप लगाते हुए कि यह सभी कार्रवाई उनके खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध है।
बिट्टू ने कहा, “राजीव राजा मेरे युवा दिनों का दोस्त है और मैं जानता हूं कि उसे इस मामले में जानबूझकर झूठा फंसाया गया है।” उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें सुबह ही लुधियाना में घट रही घटना की जानकारी प्राप्त हुई थी। उनका यह भी कहना है कि मुख्यमंत्री मान अपनी कुर्सी को बचाने के लिए उनके करीबियों पर मामले दर्ज करवा रहे हैं। बिट्टू ने यह चुनौती दी कि अगर मुख्यमंत्री मान में हिम्मत है, तो वह उनके खिलाफ मामले दर्ज कराएं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि संसद सत्र खत्म होने के बाद वह स्वयं मुख्यमंत्री मान के आवास के बाहर आत्मसमर्पण करने जाएंगे।
राजीव राजा के परिवार से मिली जानकारी के आधार पर बिट्टू ने कहा कि राजीव राजा को झूठे केस में फंसाया गया है। उन्होंने पुलिस की कार्रवाइयों पर सवाल उठाते हुए कहा कि लुधियाना पुलिस ने इस मामले में 10 स्थानों पर छापेमारी की है और बिना किसी ठोस सबूत के उनके करीबियों को टारगेट किया जा रहा है। बिट्टू ने मुख्यमंत्री मान के बारे में कहा कि वे सत्ता के नशे में चूर हैं और इस कारण गलत तरीके से कार्रवाई कर रहे हैं।
पुलिस ने मामला खुलासा करने के लिए राजीव राजा के फोन से संदिग्ध मोबाइल नंबरों की जांच करना शुरू कर दिया है। पुलिस ने कई संदिग्ध नंबरों की सूची तैयार की है और उनकी कॉल डिटेल रिकॉर्ड प्राप्त करने में जुटी है। इसके अलावा, राजीव राजा द्वारा पिछले 6 महीने के डेटा को भी एकत्र किया जा रहा है। देर रात तक पुलिस अधिकारियों ने राजा से गहरे सवाल किए।
इससे पहले नवंबर 2022 में, राजीव राजा ने मीडिया के सामने दावा किया था कि उन्हें जान से मारने की धमकियां मिली थीं। उन्होंने कहा था कि उन्हें फेसबुक मैसेंजर पर एक वीडियो कॉल के दौरान एक ए के 47 दिखाई गई। उस समय वे पुलिस कमिश्नर के कार्यालय पहुंचे थे और शिकायत दर्ज कराई थी। राजा ने कहा कि यह पहली बार नहीं था, जब उन्हें ऐसी धमकियां मिली थीं।
अब इस मामले में रवीश गुप्ता नामक एक कारोबारी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसमें उन्होंने बताया कि उन्हें एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से लगातार वॉट्सऐप कॉल और मैसेज आ रहे थे। अज्ञात कॉलर ने उन पर 30 लाख रुपये की फिरौती मांगने का आरोप लगाया और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। इस शिकायत पर, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए राजीव राजा और उनके साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया और उन्हें गिरफ्तार किया। वॉट्सऐप पर एक कथित कॉल रिकॉर्डिंग भी वायरल हुई है जिसमें राजा पैसों के विवाद को लेकर धमकी देते हुए नजर आए हैं।