सड़क रोककर बर्थडे मानने के मामले में चीफ जस्टिस ने जताई नाराजगी, शासन से मांगा जवाब

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सड़क रोककर बर्थडे मानने के मामले में चीफ जस्टिस ने जताई नाराजगी, शासन से मांगा जवाब

बिलासपुर 3 फ़रवरी (हि.स.)। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने रायपुर में आधी रात कार रोक बर्थडे मनाए जाने के मामले में नाराजगी जताई है। प्रकाशित खबर को संज्ञान लेकर आज साेमवार काे सुनवाई के दौरान कड़ी नाराजगी जाहिर की है।

चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा ने कहा एक आम आदमी के मामले में, आप उसे कड़ी सजा देंगे और उसे जेल में पाएंगे, और यह व्यक्ति क्या कर रहा है? वह एक साक्षर व्यक्ति है। क्या कार्रवाई की है। अतिरिक्त महाधिवक्ता यशवंत सिंह ठाकुर ने बताया मोटर वाहन अधिनियम की धारा 122 के तहत कार्रवाई की है। जिसमें 300 रूपये का चलान काटा गया है। इस मामले में गंभीरता को नजरअंदाज करने पर चीफ जस्टिस ने नाराजगी जताई है। कोर्ट ने उस अधिकारी के खिलाफ सस्पेंड सहित विभागीय कार्रवाई के लिए कहा है। उन्होंने कहा यह स्थिति है, और आप चाहते हैं कि राज्य में कानून का शासन हो। क्या इससे यह पता चलता है कि राज्य में कानून का शासन है। इस मामले में शासन से जवाब मांगा है।

उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 30 जनवरी 2025 को प्रकाशित खबर में रायपुरा चौक के पास बीच सड़क कार रोककर बर्थडे पार्टी मानने को लेकर वीडियो वायरल की जानकारी दी थी। केक काटने के बाद आतिशबाजी भी की गई। इस बीच सड़क में दो कार को बीच सड़क पर खड़ा कर कार की बोनट में केक रखकर काटा गया, जिससे सड़ के दाेनाें ओर जाम भी लग गया। इस पूरे मामले को लेकर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रमेश कुमार सिन्हा और न्यायाधीश रविन्द्र कुमार अग्रवाल की बैंच ने संज्ञान लेते हुए जनहित याचिका के रूप में सुनवाई की और शासन से जवाब मांगा है।