तिरंगा यात्रा हमारे वीर सैनिकों के अदम्य साहस व बलिदान को समर्पित – लता उसेंडी
कोंडागांव, 17 मई (हि.स.)। जिले में भारतीय सेना के शौर्य और हाल ही में हुए सफल “ऑपरेशन सिंदूर” की उपलब्धि को समर्पित देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में आम जनता ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर कोंडागांव विधायक सुश्री लता उसेंडी तिरंगा यात्रा का नेतृत्व किया। उनके साथ जिला कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना, पुलिस अधीक्षक वाय अक्षय कुमार, नगर पालिका अध्यक्ष नरपति पटेल, उपाध्यक्ष जसकेतु उसेंडी, सीके. ठाकुर, अपर कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ अविनाश भोई, नगर पालिका के अधिकारी-कर्मचारी तथा विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि व आम नागरिक उपस्थित रहे।
विधायक सुश्री लता उसेंडी ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह तिरंगा यात्रा हमारे वीर सैनिकों के अदम्य साहस व बलिदान को समर्पित है। उन्होंने याद दिलाया कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों द्वारा किए गए हमले में 27 निर्दोष नागरिकों की जान गई, जिसके जवाब में भारतीय सेना ने महज 25 मिनट के भीतर पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। इस सफल कार्रवाई ने यह साबित कर दिया कि भारत अब आतंक के खिलाफ किसी भी हद तक जाने को तैयार है। उन्होंने कहा कि यह तिरंगा यात्रा केवल एक प्रतीक नहीं, बल्कि देशवासियों की एकजुटता, सेना के प्रति सम्मान और आतंकवाद के खिलाफ एक सशक्त संदेश है। आज पूरा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हमारी सेना के साथ खड़ा है।
कोंडागांव कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना ने भी अपने संबोधन में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता पर सेना को बधाई देते हुए कहा कि आज की तिरंगा यात्रा हमारे वीर जवानों को समर्पित है, जिन्होंने देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने से कभी पीछे नहीं हटे। यह यात्रा जनभागीदारी व राष्ट्रीय एकता का उत्कृष्ट उदाहरण है।
इस दाैरान स्थानीय नागरिकों, युवाओं, छात्रों, महिला समूहों, समाजसेवियों व विभिन्न संगठनों ने तिरंगा हाथ में लेकर देशभक्ति के नारों के साथ यात्रा में भाग लिया। यह तिरंगा यात्रा नगर पालिका परिषद से होते हुए विकास नगर, अम्बेडकर चौक पी डब्ल्यू से होते हुए नगर पालिका परिषद में सम्पन्न हुई । यात्रा के दौरान ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम्’ और ‘जय हिंद’ जैसे नारों से पूरा वातावरण गूंज उठा। कोण्डागांव व पलारी में निकाली गई यह तिरंगा यात्रा न केवल सैनिकों के सम्मान में एक प्रतीक बनी, बल्कि यह संदेश भी दिया कि भारत आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट है। ऐसे आयोजनों से राष्ट्रभक्ति की भावना को और अधिक बल मिलता है, जो देश को आंतरिक रूप से सशक्त बनाता है।