मेरी जान तिरंगा है, भारतीय सेना जिंदाबाद के नारे के साथ रथ पर शोभायमान भारत माता की झांकी
गुना, 17 मई (हि.स.)। दूर-दूर तक तिरंगा हाथ में थामे नागरिकों का रैला, वातावरण में गुंजयमान होते देशभक्ति से परिपूर्ण गीत, लोगों के उत्साह से दमकते चेहरे और कंठ से नहीं, बल्कि आत्मा से निकलते भारतीय सेना जिंदाबाद के नारे के साथ रथ पर शोभायमान भारत माता की झांकी। यह दृश्य थे शनिवार को शहर में निकाली गई तिरंगा यात्रा के। तिरंगा यात्रा जो ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और उसे अंजाम देने वाली भारतीय सेना के सम्मान में निकाली गई थी। जितना सफल ऑपरेशन सिंदूर रहा, उतनी ही सफल यह तिरंगा यात्रा भी रही।
दरअसल, उपस्थिति, उत्साह के साथ ही स्वप्रेरणा के लिहाज से यह तिरंगा यात्रा बेहद, बेहद सफल रही, बल्कि यूं कहें कि नया इतिहास इस तिरंगा यात्रा ने गुना में लिखा। यात्रा में हजारों की संख्या में लोग तिरंगा थामकर निकले। यात्रा की सबसे ज्यादा विशेष बात यह रही कि यात्रा में सर्व समाज के लोगों ने भाग लिया। राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नागरिक के तहत शहर के शास्त्री पार्क से शुरु होकर तिरंगा यात्रा हनुमान चौराहे तक निकाली गई। इस बीच यह यात्रा जिन-जिन मार्गों से निकली, वहां देश प्रेम और राष्ट्रवाद का वातावरण निर्मित करती चली गई। क्या बच्चे, क्या बुजुर्ग, क्या पुरुष और क्या महिलाएं सभी ने इस यात्रा में शामिल होने के साथ इस यात्रा का स्वागत कर ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करने के साथ इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम देकर पहलगाम में मृत हुए नागरिकों की मौत का बदला लेने वाली भारतीय सेना के प्रति सम्मान व्यक्त किया। यात्रा का समापन भारत माता की आरती के साथ हुआ।
शास्त्री पार्क पर हुआ एकत्रीकरण
तिरंगा यात्रा के लिए एकत्रीकरण शहर के शास्त्री पार्क पर हुआ। यहां से यात्रा शाम पांच बजे शुरु होना थी, किन्तु लोगों का पहुँचना साढ़े चार बजे से ही शुरु हो गया था। पांच बजे तक ऐसा लग रहा था कि शहर का हर राहगीर जैसे शास्त्री पार्क ही जहां रही हो। लोग पैदल, चार पहिया, दो पहिया वाहन से यहां पहुँच रहे थे। इस दौरान उनमें जबर्रदस्त उत्साह देखने को मिल रहा था। डीजे पर बजते देशभक्ति से परिपूर्ण गीत लोगों के इस उत्साह को और बढ़ा रहे थे। लोगों ने भी भारत माता की जय, भारतीय सेना जिंदाबाद के गगनभेदी नारे लगाए। इस दौरान एक छोटे से बच्चे ने जब तिरंगा हाथ में उठाकर भारत माता की जय का नारा लगाया तो सभी का ध्यान उस बच्चे की ओर आकर्षित हो गया। यहां से शुरु होकर यात्रा शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए हनुमान चौराहे पहुँची।
तिरंगे के रंग में रंगा शहर
तिरंगा यात्रा के दौरान पूरा शहर तिरंगे के रंग में रंगा रहा। यात्रा में हजारों की भीड़ में हर हाथ में तिरंगा लहरा रहा था। साथ ही देशप्रेम और राष्ट्रवाद उनके चेहरे पर साफ तौर पर देखने को मिल रहा था। यात्रा में सबसे आगे बैनर के साथ तिरंगा थामे लोग चल रहे थे। इसके बाद लोगों का विशाल समूह तिरंगा और संदेश लिखी तख्तियां थामे चल रहे थे। तत्पश्चात महिलाएं कदमताल करते हुए रैली में शामिल रहीं। रैली में रथ पर विराजित भारत माता की झांकी सभी के आकर्षक का केन्द्र रही।
भारतीय सेना हम आप पर गर्व है
तिरंगा यात्रा शामिल लोगों का कहना रहा कि उन्हे भारतीय सेना पर गर्व है। जिसने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से पहलगाम में आतंकी हमले में मृत हुए नागरिकों की मौत का बदला लिया है। भारतीय सेना ने यह प्रमाणित किया है कि संसार में उसके मुकाबले कोई दूसरी सेना नहीं है। साथ ही उन्हे अब पूरा विश्वास हो गया है कि भारतीय सेना के रहते कोई दुश्मन देश उनके देश को टेढ़ी निगाह से नहीं देख सकता है। लोगों के अनुसार इसके साथ ही भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहलगाम में कायरना आतंकी हमले के बाद देश के नागरिकों से यह वादा किया था कि आतंकियों को वो सजा दी जाएगी। जो कल्पना से परे होगी। प्रधानमंत्री ने अपना वादा भी निभाया है। उनके नेतृत्व में भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देकर न सिर्फ आतंकवाद की कमर तोड़ी है, बल्कि पाकिस्तान को भी घुटनों पर ला लिया है। प्रधानमंत्री ने यह दिखा दिया है कि भारत अब किसी से डरने वाला नहीं है। जैसे को तैसा की रणनीति पर अमल किया जाएगा।
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