द्वितीय जेपीएससी नियुक्ति घोटाला: 40 से अधिक आरोपितों ने वकील के माध्यम से हाजिरी लगाई
रांची, 15 अप्रैल (हि.स.)। द्वितीय जेपीएससी नियुक्ति घोटाला मामले में जेपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष दिलीप प्रसाद सहित कई चार्जशीटेड आरोपितों ने मंगलवार को सीबीआई के विशेष न्यायाधीश की अदालत में सशरीर हाजिरी लगायी। दिलीप प्रसाद के अलावा तत्कालीन सदस्य गोपाल प्रसाद सिंह, शांति देवी, राधा गोविंद नागेश, तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक एलिष ऊषा रानी, इंटरव्यू बोर्ड पैनल एक्सपर्ट सोहनराम तथा बटेश्वर पंडित ने उपस्थिति दर्ज करायी। सभी प्रथम जेपीएससी नियुक्ति घोटाला में भी आरोपित हैं और इन सभी को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली हुई है। द्वितीय जेपीएससी नियुक्ति घोटाला में आरोपितों को समन जारी किया जा चुका है। द्वितीय जेपीएससी नियुक्ति घोटाला में 64 आरोपित हैं। इनमें से 40 से अधिक आरोपितों ने अग्रिम जमानत याचिका (एबीपी) दाखिल की है। मंगलवार को अदालत ने आरोपितों को सशरीर उपस्थित होने का आदेश दिया था। इसके बाद अधिकतर आरोपितों ने अपने वकील के माध्यम से हाजिरी लगायी।
हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने 12 साल में जांच पूरी करते हुए 26 नवंबर 2024 को सीबीआई की विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल किया था। मामले में सीबीआई ने सात जुलाई 2012 को प्राथमिकी दर्ज की थी। जेपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष दिलीप प्रसाद समेत 64 आरोपितों को सीबीआई ने आरोपित बनाया है। मौजूदा समय में नियुक्ति पाने वाले लोग प्रमोशन पाकर बड़े अधिकारी के तौर पर सेवा दे रहे हैं। साथ ही कई आरोपित डीएसपी से प्रमोशन पाकर एसपी बन गये हैं और जिला संभाल रहे हैं। सीबीआई की जांच में कई खुलासे हुए हैं। तत्कालीन जेपीएससी के सदस्य और को-ऑर्डिनेटर के कहने पर 12 अभ्यर्थियों के नंबर बढ़ाये गये थे। कई अभ्यर्थियों की कॉपियों में कांट-छांट कर नंबर बढ़ाये गये थे। सफल अभ्यर्थियों के इंटरव्यू में मिले वास्तविक नंबर को भी बढ़ा दिया गया था। कॉपियों की जांच गुजरात स्थित फोरेंसिक लैब में करायी गयी थी।
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