दिल दहला देने वाला हादसा: बीकानेर में 6 भाइयों की मौत, मासूम का विलाप “पापा को फोन करो!”

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बीकानेर के देशनोक में 19 मार्च की रात एक गंभीर सड़क दुर्घटना घटी, जिसमें एक ट्रक कार पर पलट गया, resulting in the tragic death of six brothers traveling in the car. इनमें चार सगे भाई थे। यह हादसा इतनी भयानक था कि कार के परखच्चे उड़ गए और मृतक शव गाड़ी के अंदर बुरी तरह फंस गए। शवों को निकालने में लंबी मशक्कत करने के बाद ही उन्हें बाहर लाया जा सका। मृतकों में पप्पूराम (55) पुत्र गंगाराम, मूलचंद (45) निवासी मरोठी चौक, श्यामसुंदर (60) पुत्र चेतनराम, द्वारिका प्रसाद (45) निवासी पंचारिया चौक, करणीदान (50) पुत्र मोहनराम निवासी पंचारिया चौक और अशोक (45) पुत्र जगन्नाथ निवासी चाचा नेहरू स्कूल के पास शामिल हैं। इस परिवार में पहले भी सड़क दुर्घटनाओं में चार मौतें हो चुकी हैं, जिससे उनका दुख और बढ़ गया है।

अशोक के पिता जगन्नाथ की आंखों में दर्द और दशा की झलक थी। 90 साल की उम्र में भी उनका हृदय अपने बच्चों की अनुपस्थिति से भरा हुआ था। उन्होंने बताया कि उनके तीन बेटे थे, जिनमें से एक की पहले ही मृत्यु हो चुकी है। अब सिर्फ एक बेटा बजरंग बचा है। उनका कहना था कि भगवान उन्हें भी बुला ले, ताकि वह अपने बच्चों की मौत के दर्द से मुक्ति पा सकें। यह स्थिति न केवल जगन्नाथ के लिए, बल्कि पूरे परिवार के लिए अत्यंत दुखद है।

दुर्घटना के शिकार हुए अशोक का 10 साल का बेटा पारस, जो अपनी उम्र के लिहाज से मानसिक रूप से धीमे विकास का शिकार है, अपने पिता के बारे में नहीं जानता। उसके परिवार ने उसे बता रखा है कि उसके पिता किसी शादी में गए हैं। पारस अपने ताऊ के बेटे की गोद में बैठकर अपने पिता की फोटो किस कर रहा था और ताऊ से पिता को फोन करने के लिए कह रहा था। यह देखना वाकई दर्दनाक था, कैसे एक छोटे बच्चे को अपने पिता की मौत का सही मतलब नहीं समझाया जा सका है।

मूलचंद, जिनकी हाल ही में बेटे की शादी की बात चल रही थी, ने अपने नए मकान का सपना अधूरा छोड़ दिया। पिछले कुछ समय से वह अपने घर में बहु लाने की तैयारी कर रहे थे। अशोक ने भी अपने परिवार में शादी करने की योजना बनाई थी, लेकिन अब यह सब केवल अधूरा रह गया है। इस परिवार के लिए यह दुखद समय है, क्योंकि न केवल उन्होंने अपने प्रेमियों को खोया है बल्कि उनके अधूरे सपनों को भी चुराया गया है।

दुर्घटना के क्षणों में, जब अशोक की कार शादी में जाने के लिए निकल रही थी, उसकी कार पिछले एक साल से खराब हो रही थी और इसे दो महीने पहले सर्विस किया गया था। यह हादसा एक ऐसे मौके पर हुआ है, जब परिवार में शादी का समारोह मनाया जा रहा था। शादी की खुशियों का माहौल अचानक मातम में बदल गया। यह हादसा न केवल प्रभावित परिवार के लिए, बल्कि पूरे गांव के लिए एक निराशाजनक क्षण बना है।