(अपडेट) जिले समाप्त करने के मुद्दे पर हंगामा: स्थगन प्रस्ताव पर गुरुवार काे बोलेंगे विधायक, गतिरोध दूर

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(अपडेट) जिले समाप्त करने के मुद्दे पर हंगामा: स्थगन प्रस्ताव पर गुरुवार काे बोलेंगे विधायक, गतिरोध दूर

जयपुर, 5 फ़रवरी (हि.स.)। प्रदेश में जिले और संभागों को निरस्त किए जाने के मुद्दे पर विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव को लेकर बुधवार को जोरदार हंगामा हुआ। हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दाे बार स्थगित हाे गई। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी की स्थगन प्रस्ताव पर गुरुवार काे बाेलने की अनुमति देने के व्यवस्था के देने के बाद गतिराेध दूर हाे सका। विधानसभा अध्यक्ष ने व्यवस्था दी कि गुरुवार काे विधायक सुरेश मोदी और रामकेश मीणा को बोलने की अनुमति दी जाएगी। इसके बाद मंत्री जवाब देंगे।

इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने शून्यकाल में विपक्षी सदस्याें काे स्थगन प्रस्ताव के जरिये जिले और संभागों को निरस्त किए जाने का मुद्दा उठाने की अनुमति दी थी, लेकिन बाद में फैसला वापस ले लिया। इस दाैरान संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने विधानसभा अध्यक्ष द्वारा स्थगन प्रस्ताव स्वीकार किए जाने पर आपत्ति जताई। संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने यह तर्क दिया कि जिले संभाग खत्म करने का मुद्दा हाईकोर्ट में विचाराधीन है, कोर्ट में विचाराधीन किसी भी मुद्दे की विधानसभा में चर्चा नहीं कराए जाने की परंपरा रही है। ऐसे में आज इन पर चर्चा नहीं कराई जानी चाहिए। इसका विराेध करते हुए नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि केवल दो ही जिलों का मामला कोर्ट में है बाकी जिलों का मामला कोर्ट में नहीं है। उन दो का हम यहां पर जिक्र नहीं करेंगे, बाकी जिलों पर चर्चा करने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। विधायक सुभाष गर्ग और हरीश चाैधरी ने कहा कि हाईकोर्ट में सैकड़ों मामले लंबित रहते हैं, लेकिन इससे विधानसभा में चर्चा करने का अधिकार प्रभावित नहीं होना चाहिए। उन्होंने इसे विधायकों का विशेषाधिकार करार दिया। बाद में स्पीकर ने इस मुद्दे पर आज चर्चा नहीं करने का फैसला सुनाया। विधानसभा स्पीकर ने जिलों के मुद्दे पर सात फरवरी को आधे घंटे की चर्चा कराने की व्यवस्था दी। इसके बावजूद कांग्रेस विधायक वेल में आ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।हंगामा बढ़ा तो विधानसभा अध्यक्ष ने सवा बारह बजे पंद्रह मिनिट के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी। दाेपहर 12 बजकर 31 मिनिट पर सदन की कार्रवाई फिर से शुरू होने पर भी कांग्रेस विधायकों का हंगामा जारी रहा। कांग्रेसी विधायकाें का वेल में नारेबाजी करना जारी रहा।इस हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही जारी रही।आधे घंटे तक हंगामा नहीं रुका तब विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दाे बजे तक के लिए पुन: स्थगित कर दी।

दाे बजे सदन की कार्यवाही शुरु हाेने के बाद स्पीकर वासुदेव देवनानी ने एक बार फिर व्यवस्था देते हुए कहा कि ना मैं पक्ष के, ना विपक्ष के दबाव में हूं, यह साफ कह रहा हूं। इस नाते इस मुद्दे पर मैंने नियमावली को देखा है। एक ही व्यवस्था हो सकती है। गुरुवार काे इस स्थगन पर दो सदस्यों को बोलने की अनुमति दी जाएगी। विधायक सुरेश मोदी और रामकेश मीणा को बोलने की अनुमति दी जाएगी। इसके बाद मंत्री जवाब देंगे। स्पीकर देवनानी की इस व्यवस्था के बाद सदन की कार्यवाही सुचारु हाे सकी।

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