उज्जैन में 12 नवंबर को शुरू होगा अखिल भारतीय कालिदास समारोह, उप राष्ट्रपति करेंगे शुभारंभ

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उज्जैन में 12 नवंबर को शुरू होगा अखिल भारतीय कालिदास समारोह, उप राष्ट्रपति करेंगे शुभारंभ

उमरिया-बांधवगढ़ क्षेत्र में स्थाई रूप से बसे हाथियों पर केंद्रित पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहित किया जाएगाः मुख्यमंत्री डॉ यादव

भोपाल, 05 नवंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि उज्जैन में देव प्रबोधिनी एकादशी के अवसर पर 12 नवंबर को 66वें अखिल भारतीय कालिदास समारोह की शुरुआत होगी। उप राष्ट्रपति जगदीश धनखड़ इन दिन कालिदास समारोह का शुभारंभ करने के लिए पधार रहे हैं। प्रशासन ने कार्यक्रम के शुभारंभ को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं। समारोह 18 नवंबर तक आयोजित होगा। समारोह के शुभारंभ अवसर पर श्री रामजन्म भूमि न्यास के कोषाध्यक्ष आचार्य गोविंददेव गिरी महाराज सारस्वत अतिथि के रूप में शामिल होंगे।

मुख्यमंत्री डॉ यादव ने मंगलवार को मंत्रालय में मंत्री-परिषद की बैठक शुरू होने से पहले मंत्रियों को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जंगली जानवरों द्वारा जनहानि पर सहायता राशि को 8 लाख से बढ़ाकर 25 लाख रुपये किया गया है। हाथियों के दलों के आवागमन संबंधी पूर्व सूचना के आदान-प्रदान, आवश्यक सतर्कता और सावधानियां बरतने तथा उनके प्रबंधन के संबंध में छत्तीसगढ़ सरकार से बातचीत की गई है। प्रयास है कि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो।

मुख्यमंत्री डॉ यादव ने बताया कि उमरिया और बांधवगढ़ के वन क्षेत्र में लगभग एक सौ से अधिक हाथी स्थाई रूप से बस गए हैं। उनके प्रबंधन के लिए हाथी मित्र योजना लागू करने, टास्क फोर्स बनाने सहित मानक परिचालन निर्देश लागू किए जाएंगे। राज्य शासन का प्रयास होगा कि जंगल आबाद रहे, उनमें हाथी विद्यमान रहे और कोई जनहानि ना हो। वन और वन्य जीव के क्षेत्र में प्रदेश की साख बेहतर हुई है, टाइगर और चीतों के संरक्षण में मध्यप्रदेश, देश में प्रथम है। प्रदेश में हाथियों पर केंद्रित पर्यटन संभावनाओं को तलाशते हुए गतिविधियों को बढ़ाया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि सांस्कृतिक विरासत को सहेजने के प्रयास के रूप में राज्य शासन द्वारा गोवर्धन पूजा का आयोजन किया गया। अपनी संस्कृति के प्रति संवेदनशीलता को प्रकट करते इस नवाचार की सभी ओर सराहना हुई। गौ-वंश के प्रति प्रेम को प्रदर्शित करने वाले इस पर्व से प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहन प्रदान करने में भी सहायता मिलेगी।

उन्होंने कहा कि रीवा में हुई रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव उत्साहवर्धक रही है। उद्योगपतियों और निवेशको नें प्रदेश में गतिविधियों के संचालन में रुचि प्रदर्शित की है। रीवा में 31 हजार करोड़ के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए और लगभग 28 हजार रोजगार के अवसर सृजित हुए। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने बताया कि अगली रीजनल इंडस्ट्री कांक्लेव आगामी सात दिसंबर 2024 को नर्मदापुरम में होगी।

मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नीमच, मंदसौर और सिवनी मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण किया गया। धन्वंतरि जयंती पर हुए कार्यक्रम में 512 आयुर्वेदिक चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र भी प्रदान किए गए। चिकित्सा क्षेत्र में प्रदेश को मिली इन सौगातों ने धन्वंतरि जयंती को अविस्मरणीय बना दिया। उन्होंने मंत्रीगण को अपने विभाग के नवीन पदों संबंधी जानकारी अगले तीन दिन में लोक सेवा आयोग को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्री तुलसीराम सिलावट को उनके जन्मदिन पर बधाई दी। मुख्यमंत्री डॉ यादव की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद की बैठक वंदे-मातरम के गान के साथ मंत्रालय में आरंभ हुई।