इंदौरः कलेक्टर ने सुनी आमजन की समस्याएं, किसी को शिक्षा, रोजगार तो किसी को इलाज के लिए दी सहायता
इन्दौर, 5 नवंबर (हि.स.)। प्रति मंगलवार की तरह इस मंगलवार भी कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई हुई। कलेक्टर आशीष सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने नागरिकों की समस्याओं को गंभीरता से सुनकर उनका संवेदनशीलता के साथ निराकरण किया। कलेक्टर सिंह ने आमजन की समस्याओं को सुनते हुए किसी को शिक्षा, किसी को रोजगार तो किसी को इलाज के लिए सहायता दी। उन्होंने जिन समस्याओं का मौके पर निराकरण नहीं हुआ, उनके निराकरण के लिए समय-सीमा तय की।
कलेक्टर आशीष सिंह के समक्ष एक महिला प्रेमा बडोनिया पहुंची। उसने बताया कि मेरे पति का निधन हो गया है। मेरी कोई संतान भी नहीं है। अपने गुजर-बसर के लिए मैं एक निजी स्कूल में नौकरी करती थी। काम करते समय मेरा पैर फिसलने से पैर की हड्डी टूट गई। ऑपरेशन हुआ, रॉड डल गई। इस कारण मुझे चलने फिरने में दिक्कत होने लगी। नौकरी भी छूट गई। जीवन यापन का कोई साधन नहीं है। मैं बैग, कुशन, लोड कवर आदि की सिलाई का काम अच्छे से कर लेती हूं। मेरे पास मशीन नहीं है। कलेक्टर ने तुरंत रेडक्रास से सिलाई मशीन स्वीकृत की।
इसी तरह तात्कालिक सहायता के रूप में मनीषा पंवार को 10 हजार रुपये, कृष्णा निम को सिलाई कार्य में सहयोग के लिए 10 हजार रुपये, प्रेमलता बाई को तात्कालिक सहायता के रूप में 10 हजार रुपये, बसकन्या बाई को 20 हजार रुपये, कला सोलंकी को 10 हजार रुपये, पूजा सोलकर को पुत्र के इलाज के लिए 20 हजार रुपये स्वीकृत किए। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनसुनवाई में आने वाले सभी प्रकरणों का समय-सीमा में सकारात्मक रूप से निराकरण सुनिश्चित करें। कलेक्टर कार्यालय में विकेन्द्रीकृत व्यवस्था के तहत हुई जनसुनवाई में सैकड़ों आवेदकों ने अधिकारियों के कक्ष में भी सीधे पहुंचकर अपनी समस्याएं बताई। कलेक्टर आशीष सिंह सहित सभी अपर कलेक्टरों और अन्य विभागीय अधिकारियों ने आवेदकों की समस्याओं को गंभीरता के साथ सुनकर निराकरण किया।