**भास्कर न्यूज | संगीत की दुनिया का समागम: डॉ. जेएस बावरा संगीत प्रतियोगिता का सफल आयोजन**
जालंधर में संगीत प्रेमियों के लिए एक खास अवसर बना जब संगीत कला मंच ने डॉ. जेएस बावरा संगीत प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया। इस प्रतियोगिता में विभिन्न राज्यों से आए लगभग 180 प्रतिभागियों ने अपनी कला का प्रदर्शन कर सबका दिल जीता। प्रतियोगिता का आयोजन जूनियर और सीनियर वर्गों में विभाजित किया गया, जिसमें शब्द गायन, सोलो गान और समूह गान जैसे विभिन्न मुकाबले शामिल थे।
जूनियर वर्ग की ओवर ऑल ट्रॉफी फगवाड़ा के स्वामी संतदास स्कूल और एमजीएन स्कूल जालंधर ने साझा की। वहीं, सीनियर वर्ग में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी फगवाड़ा ने ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। प्रतियोगिता के विभिन्न वर्गों में विजेताओं की घोषणा के साथ ही सभी प्रतिभागियों ने जोरदार प्रदर्शन किया।
जूनियर वर्ग के वोकल (क्लासिकल) प्रतियोगिता में पदमाकर कश्यप और शिविका शर्मा ने पहले स्थान पर जीत प्राप्त की। वहीं परकशन में चरनप्रीत सिंह और साहिल दीप सिंह ने तथा नॉन परकशन में आशीष कुमार और युवराज सेन ने पहला स्थान हासिल किया। गजल प्रतियोगिता में संयम वर्मा को सबसे आगे रहने का मौका मिला। शब्द और भजन गायन में सिमरनजीत सिंह और मनरीत कौर ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया। इसके अलावा, समूह शब्द गायन में श्री गुरु हरकृष्ण पब्लिक स्कूल अमृतसर ने पहला और एमजीएन पब्लिक स्कूल जालंधर तथा कमला नेहरू पब्लिक स्कूल फगवाड़ा ने दूसरा स्थान हासिल किया।
सीनियर वर्ग के प्रतियोगिताओं में हार्दिक रावत ने गजल में पहला स्थान प्राप्त किया। नॉन परकशन में चेतन कश्यप ने, जबकि परकशन में सुखविंदर सिंह ने बाजी मारी। शब्द और भजन गायन के क्षेत्र में नितिन ने अपनी प्रतिभा दिखाई। लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी फगवाड़ा ने समूह शब्द और भजन गायन में पहला स्थान हासिल किया। संगीत गायन के क्षेत्र में पीयूष मिश्रा ने अपनी आवाज का जादू बिखेरा।
आयोजकों ने विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि यह प्रतियोगिता केवल एक मंच नहीं, बल्कि संगीत के प्रति उनकी लगन और मेहनत का प्रमाण है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को आगे भी बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया और इस प्रतियोगिता के माध्यम से संगीत कला को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने की उम्मीद जताई।
इस संगम से स्पष्ट होता है कि संगीत ने हमेशा लोगों को एक साथ लाने का कार्य किया है। जालंधर की इस प्रतियोगिता ने न केवल प्रतिभाओं को उभारने का अवसर दिया, बल्कि एक संगीतमय माहौल भी तैयार किया, जो आने वाले समय में और भी बड़े आयोजनों का संकेत देता है।