मोगा के धर्मकोट कस्बे से एक गंभीर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें एक व्यक्ति ने महिला समेत तीन अन्य लोगों द्वारा पैसे दोगुना करने का झांसा देकर कुल ढाई करोड़ रुपए की ठगी का शिकार हो गया। पुलिस थाना धर्मकोट में इस मामले को लेकर तीन व्यक्तियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी जतिंदर सिंह ने इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि पीड़ित महिला जसविंदर कौर ने अपनी शिकायत में कहा है कि उसके पति को परमिंदर कौर नाम की एक महिला और उसके दो सहयोगियों ने धोखे से फंसा लिया।
जसविंदर कौर ने बताया कि दो अन्य अज्ञात व्यक्तियों के साथ मिलकर परमिंदर कौर ने उनके पति को पैसे दोगुना करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने अपनी विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए कई आकर्षक दावे किए जिससे पीड़ित परिवार को फायदा होने की उम्मीद लगी। जसविंदर कौर ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई और इस मामले की गहराई से जांच करने का अनुरोध किया। उनकी शिकायत पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और परमिंदर कौर और उसके साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत संज्ञान लिया और जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी। थाना प्रभारी जतिंदर सिंह ने जानकारी दी कि पुलिस द्वारा मामले में सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं ताकि आरोपियों को rych捕re और जल्द से जल्द न्याय दिलाया जा सके। पीड़ित परिवार ने बार-बार आश्वासन दिए जाने के बावजूद जब भी पैसे वापस मांगने की कोशिश की तो आरोपी ने बहाने बनाना शुरू कर दिया।
धर्मकोट क्षेत्र में यह पहली बार नहीं है जब इस प्रकार की ठगी की घटना सामने आई है। अन्य मामलों में भी ऐसे कई आरोप लगे हैं जहां लोगों को पैसे दोगुना करने का झांसा देकर ठगा गया है। इस घटना से स्थानीय निवासियों में भय और असुरक्षा का माहौल बन गया है। इसके साथ ही, लोगों को सतर्क रहने और किसी भी वित्तीय लेन-देन में सावधानी बरतने की आवश्यकता है। पुलिस ने पारिवारिक सदस्यों और अन्य व्यक्तियों को सलाह दी है कि वे ऐसे मामलों में सावधान रहें और बिना पूरी जानकारी के किसी पर भी भरोसा न करें।
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि समाज में ऐसे धोखेबाजों का नेटवर्क सक्रिय है और उन्हें पकड़ना अत्यंत आवश्यक है ताकि अन्य लोग ठगी का शिकार न बन सकें। पुलिस जांच के साथ ही स्थानीय समुदाय की मदद से ऐसे ठगों को पकड़ने में सफल हो सके। इस प्रकार के धोखाधड़ी के मामलों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए पुलिस ने कई कार्यक्रम आयोजित करने का विचार भी किया है।