रग्बी खेलना चाहती हैं ओडिशा के गरीब किसान की बेटी

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28HSPO5 रग्बी खेलना चाहती हैं ओडिशा के गरीब किसान की बेटी

लखनऊ, 28 मई (हि.स.)। बरगढ़ ओडिशा के सबसे पिछड़े जिलों में से एक माना जाता है, लेकिन यहां की लड़कियां सोच में आगे हो गई हैं। पिछड़ेपन को नकारते हुए यहां की लड़कियां अब सपने देखने लगी हैं और उसे पूरा करने के लिए मेहनत भी कर रही हैं। इन्हीं में से एक है निर्मलया राउत, जो उत्तर प्रदेश में पहली बार आयोजित किए जा रहे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2022 में महिलाओं का रग्बी खिताब जीतने वाली भुवनेश्वर के केआईआईटी विश्वविद्यालय टीम की सदस्य हैं।

18 साल की निर्मलया ने मुंबई विश्वविद्यालय के खिलाफ गुरु गोविंद सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज मैदान पर हुए फाइनल मैच में अपनी टीम को मिली 56-0 की जीत में सबसे अधिक 10 अंक स्कोर किए थे। निर्मलया के पिता वासुदेव राउत एक किसान हैं। घर में मां और पिता के अलावा एक भाई और बहन है। पिता ने जैसे-तैसे बेटी को पढ़ने के लिए भुवनेश्वर भेजा और बेटी ने पढ़ाई के साथ-साथ खेलों को भी अपना लिया और इन्हीं की बदौलत आज नाम कमा रही है।

पहली बार खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में हिस्सा ले रहीं निर्मलया ने कहा कि खेले इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में आकर बहुत अच्छा लगा। यह मेरा फर्स्ट टाइम था। यहां रहने, खाने-पीने का अच्छा इंतजाम रहता है और खेल भी अच्छे से कराया जाता है। मैं रग्बी में भारत के लिए खेलना चाहती हूं और एशियाई खेलों में पदक जीतना चाहती हूं। मैं इसके लिए खूब मेहनत कर रही हूं। मेरा अगला लक्ष्य भारतीय टीम में जगह बनाना है।

निर्मलया ने बताया कि मैं ओडिशा के लिए जूनियर नेशनल और सीनियर नेशनल में भी खेल चुकी हूं। जूनियर नेशनल 2022 में बिहार में हुआ था। उसमें हमारी टीम को दूसरा स्थान मिला था, जबकि 36वां सीनियर नेशनल गुजरात में बीते साल हुआ था, जिसमें ओडिशा की टीम चैंपियन रही थी।

निर्मलया ने बताया कि घर से निकलकर उन्होंने कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस में एडमिशन लिया था और वहीं इस खेल को पहली बार देखा था। निर्मलया बोलीं, ”पहली बार मैं जब भुवनेश्वर आई तो इस खेल को देखा। मुझे यह खेल अच्छा लगा और मैं इसमें रम गई। अब मैं इस खेल में जाना चाहती हूं।”