गृहमंत्री ने औवेसी से पूछा सवाल, दिल्ली में नाबालिग की चाकू से गोदकर हत्या लव है या जिहाद

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30HREG96 गृहमंत्री ने औवेसी से पूछा सवाल, दिल्ली में नाबालिग की चाकू से गोदकर हत्या लव है या जिहाद

भोपाल, 30 मई (हि.स.)। राजधानी दिल्ली में नाबालिग युवती की चाकू से गोदकर बेरहमी से हुई हत्या के मामले में मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस मामले में हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी के बयान की निंदा करते हुए सवाल पूछा है। साथ ही उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से भी सवाल किए है।

गृहमंंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए ओवैसी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मैं ओवैसी से पूछना चाहता हूं कि कल नाबालिग को चाकू से गोद दिया गया। यह लव है या जिहाद है? आफताब द्वारा 35 टुकड़े कर दिए गए वो लव था या जिहाद था? टुकड़े-टुकड़े गैंग के एक भी व्यक्ति ने दुख नहीं जताया।

कांग्रेस पर जुबानी हमला करते हुए नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि लड़की हूं लड़ सकती हूं, एक शब्द नहीं बोला, लेकिन आप तो अमेरिका चले गए। इसके साथ ही नरोत्तम मिश्रा ने मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह से भी सवाल किए, उन्होंने कहा- दिग्विजय ने चूड़ी वाले पर ट्वीट किया लेकिन इस पर कुछ नही कहा। इतनी नृशंशता से लड़की की हत्या कर दी गई लेकिन राहुल गांधी, प्रियंका गांधी किसी का कोई बयान नहीं आया, जनता इन सबको देख रही है। आपको क्या लगता है जनता को आप मुर्ख बना देंगे, जनता सब देख रही है, सब समझ रही है।

कमलनाथ को सभी नेताओं ने नकारा

कमलनाथ पर निशाना साधते हुए गृहमंत्री मिश्रा ने कहा कि सारे नेताओं ने कमलनाथ को नकार दिया है। अब तो उनके नेता राहुल गांधी से सवाल किया गया तो उन्होंने ही टाल दिया। अब बचा क्या है? सारे नेताओं ने कमलनाथ को नकार दिया। जिन नेताओं को कमलनाथ ने नहीं बुलाया था, उनको भी जूम से जोड़ा गया और उन्होंने भी कमलनाथ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। कमलनाथ अपने आप को कोई भी फेस बताते रहे, लेकिन उनके नेताओं ने स्पष्ट कर दिया कि कमलनाथ अब फेस नहीं है।

उन्होंने कहा, कमलनाथ के नाम पर ही कोई सहमत नहीं है। वहीं कांग्रेस के सुंदर काण्ड पाठ कराने पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सुंदर काण्ड का पाठ करें अच्छी बात है, पर राहुल गांधी के उस बयान से कांग्रेस सहमत है क्या जो उन्होंने कहा था कि मंदिर में लड़के लड़कियां छेड़ने जाते हैं। यह कांग्रेस को स्पष्ट करना चाहिए। चुनाव के समय धर्म की दुकान खोलने वालों को जनता जान चुकी है, यह तुष्टीकरण की राजनीति अब नहीं चलने वाली।