20HNAT42 सिंहपुर रेल हादसाः दूसरे दिन भी बाधित रहा यातायात, शुक्रवार से बहाली की उम्मीद
शहडोल, 20 अप्रैल (हि.स.)। मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के सिंहपुर रेलवे स्टेशन पर बुधवार को सुबह मालगाड़ियों के बीच हुई भिड़ंत के बाद से इस रूट का ट्रैक पूरी तरह जाम हो गया था। यहां दूसरे दिन गुरुवार को भी रेल यातायात पूरी तरह से ठप रहा। तीस घंटे से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी रेलवे ट्रैक खाली नहीं हो पाया है। यात्री ट्रेन पूरी तरह से रद्द हैं। रेल यातायात शुक्रवार से बहाल होने की उम्मीद है।
बुधवार को सुबह 07 बजे सिंहपुर स्टेशन पर खड़ी एक मालगाड़ी से दूसरी मालगाड़ी सिग्नल का उल्लंघन करते हुए टकरा गईं। इस बीच एक तीसरी मालगाड़ी भी वहां से गुजर रही थी। इससे हादसे वाली दोनों मालगाड़ियों के डिब्बे तीसरी मालगाड़ी पर जा गिरे। हादसे में नौ डिब्बे पलट गए थे, जबकि पांच इंजन क्षतिग्रस्त हुए। इस हादसे में एक लोको पायलट की मौत हो गई थी और पांच पायलट घायल हुए हैं।
घटना के बाद से ही अप एंड डाउन और मिडिल ट्रैक पर रेल यातायात ठप हो गया था। बुधवार को यहां से दिनभर कोई ट्रेन इस रूट से नहीं गुजरी। जो ट्रेन दिल्ली की तरफ से आ रही थी, उनको शहडोल में ही रोक दिया गया और यहां से यात्रियों को बस में बैठा कर अनूपपुर स्टेशन तक ले जाया गया और अनूपपुर से विशेष ट्रेन के माध्यम से उन्हें आगे के लिए रवाना किया गया।
दूसरे दिन गुरुवार को भी यह स्थिति है कि अब पूरी तरह से रेलवे स्टेशन पर सन्नाटा पसरा हुआ है। शहडोल होकर गुजरने वाली सभी गाड़ियों को रद्द कर दिया गया। दिल्ली की ओर जाने वाली गाड़ियों के रूट को डायवर्ट किया गया है। शहडोल से केवल एक ट्रेन शहडोल कटनी पैसेंजर को दोपहर 12 बजे यहां से रवाना किया गया ताकि जो यात्री कटनी तक जाना चाहें वह यहां से जा सकें। बाकी सारी गाड़ियों को रद्द रखा गया है। रेल मंडल बिलासपुर के एपीआरओ अंबिकेश साहू के मुताबिक स्थिति सामान्य होने में अभी कुछ और समय लग सकता है। उम्मीद है कि शुक्रवार को दोपहर बाद से गाड़ियां ट्रैक पर दौड़ने लगेंगी।
कुल मिलाकर कोरोना में जिस तरह की स्थिति रेलवे स्टेशनों पर नजर आती थी, ठीक उसी तरह की स्थिति आज इस रूट के स्टेशनों पर दिखी। सुबह से शाम तक पूरी तरह से यहां सन्नाटा पसरा रहा। जहां पर बुकिंग होती है, वहां पर भी खाली था और जो लोग आ रहे थे, वह ट्रेन रद्द होने की सूचना मिलने के बाद निराश होकर वापस लौट रहे थे।