गाजियाबाद, हापुड़ और बागपत में औद्योगिक विकास के लिए 20 हजार करोड़ का होगा निवेश

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01HBUS3 गाजियाबाद, हापुड़ और बागपत में औद्योगिक विकास के लिए 20 हजार करोड़ का होगा निवेश

-प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क, वेयर हाउस व लॉजिस्टिक पार्क विकसित करने की तैयारी

यूपीसीडा ने कसी कमर, एक हजार एकड़ से ज्यादा भूमि तलाशी : राकेश झा

गाजियाबाद, 01 दिसम्बर(हि.स.)। गाजियाबाद, हापुड़ व बागपत जिलों में औद्योगिक विकास के लिए उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम (यूपीसीडा) ने कमर कस ली है। प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित इन जिलों में 20 हजार करोड़ के निवेश कराने के लिए यूपीसीडा युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है। इसमें प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क, वेयर हाउस व लॉजिस्टिक पार्क विकसित किये जायेंगे। जिसके लिए यूपीसीडा ने एक हजार से ज्यादा भूमि की तलाश पूरी कर ली है। कई बड़ी कम्पनियों ने इसके लिए यूपीसीडा से आवेदन भी किया है।

यूपीसीडा के क्षेत्रीय प्रबंधक राकेश कुमार झा बताते हैं कि सरकार की इस नीति से ये जिले औद्योगिक दृष्टि से काफी खुशहाल हो जाएंगे। बताया कि प्रदेश सरकार ने गाजियाबाद, हापुड़ ,बागपत व ट्रॉनिका सिटी में 20 हजार करोड रुपए के निवेश का टारगेट नई औद्योगिक नीति 2023 के तहत दिया है। जिसमें प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क विकसित किए जाएंगे, खास तौर पर वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक पर जोर दिया जाएगा। इसमें सबसे खास बात यह है कि सरकार एक अपनी वेबसाइट बना रही है जिस पर जमीन देने का इच्छुक किसान भी वह वेबसाइट पोर्टल पर सीधे अपलोड कर सकता है। इसके बाद इच्छुक कंपनी सीधे संबंधित किसान से या जमीन के मालिक से संपर्क करके करार कर सकता है। इतना ही नहीं धारा 143 यानी कृषि के भू-उपयोग की जमीन को अकृष्क करने का भी नियम आसान कर दिया है।

उन्होंने बताया कि अभी तक केआरएस नामक पुणे की कंपनी ने यूपीसीडा में 10 हजार करोड़ रुपये के निवेश की बात की है। इससे गाजियाबाद या आसपास एक हजार एकड़ जमीन की दरकार है। इसके अलावा दिल्ली के डेस्कनेक इकाई ने भी यूपीसीडा में संपर्क किया है। प्रीति इंडस्ट्रीज ने लॉजिस्टिक पार्क लगाने के लिए 250 करोड़ रुपए का निवेश करने की इच्छा जताई है।

उन्होंने कहा कि और भी अनेक कंपनियां संपर्क कर रही हैं। जहां तक लैंड बैंक का सवाल है तो गाजियाबाद के एक हजार एकड़ का लैंड का लैंड बैंक बनाया जा रहा है। अभी तक 240 एकड़ भूमि पर का अधिग्रहण कर आलियाबाद में तथा 280 एकड़ पचारा में और मीरपुर हिंदी में 550 एकड़ भूमि का अधिग्रहण में कब्जा लगभग अंतिम चरण में है। उन्होंने बताया कि हापुड़ में 180 एकड़ भूमि की भी बहुत जल्द मिलने की संभावना है। हाई कोर्ट में मामला विचाराधीन है लेकिन उम्मीद है कि बहुत जल्दी आ जाएगी।

उन्होंने बताया कि बड़े प्लॉटों को विभाजित करने की प्रक्रिया बहुत सरल कर दी गई है। इसके तहत साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र में एक प्लॉट का सबडिवीजन करा दिया गया है। इसके अलावा अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में भी इस काम को अंजाम दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इससे औद्योगिक विकास में बहुत सफलता मिलने की संभावना है।